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ग्राम प्रधान ने मनरेगा कई सरकारी योजनाओं में जमकर मचाया भ्रष्टाचार, नहीं हो रही कोई कार्रवाई

locationललितपुरPublished: Jul 19, 2018 02:25:32 pm

जहां एक ओर केंद्र और राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में जन हितैषी योजनाएं चलाकर वहां का विकास करना चाहती है

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ग्राम प्रधान ने मनरेगा कई सरकारी योजनाओं में जमकर मचाया भ्रष्टाचार, नहीं हो रही कोई कार्रवाई

ललितपुर. जहां एक ओर केंद्र और राज्य सरकार ग्रामीण क्षेत्रों में जन हितैषी योजनाएं चलाकर वहां का विकास करना चाहती है जिससे ग्रामीण क्षेत्र का निवासी मूलभूत सुविधाओं से वंचित ना रहे। तो वहीं दूसरी ओर ग्राम प्रधानों व संबंधित अधिकारियों द्वारा जन हितैषी सरकारी योजनाओं में जमकर भ्रष्टाचार किया जा रहा है । जिसकी शिकायतें लगातार जिला प्रशासन से ग्रामीणों द्वारा की जा रही है ।


यह है पूरा मामला

हाल ही में ताजा मामला ग्राम सभा बीघा खेत दुर्जनपुरा का है जो जिला मुख्यालय की नाक के नीचे बसा हुआ है । मोदी सरकार और योगी सरकार द्वारा गांव के विकास के लिए मनरेगा कूप निर्माण शौचालय और आवास जैसी जन हितेषी योजनाएं चलाई है मगर वह योजनाएं ग्राम प्रधान छोटे लाल अहिरवार के भ्रष्टाचार की भेंट चढ़ गई है । गांव के विद्यालय में तैनात एक शिक्षिका ने ग्राम प्रधान पर एमडीएम में पैसा मांगने का आरोप लगाया है तो वहीं योजनाओं गांव में कुए तो बनवाए गए हैं मगर काम पूरा नहीं किया गया कई कुआ की सफाई के नाम पर ग्राम प्रधान द्वारा पूरा पैसा निकाल लिया गया है मगर कुओं में काम पूरा हुआ ही नहीं । तो वहीं शौचालय में भी जमकर घोटाला किया जा रहा है ग्राम प्रधान के चहेतों द्वारा गांव में शौचालय अपने चहेतों के लिए बनवाये जा रहे है और कई ऐसे पात्र व्यक्ति भी हैं जिन्हें कोई शौचालय नहीं दिया गया । शौचालय बनवाने में भी जमकर घोटाला किया जा रहा है । घटिया सामग्री का इस्तेमाल तथा एक गड्ढा बनाया जा रहा है गांव में मनरेगा के तहत एक नाले की सफाई मनरेगा के तहत की जानी थी । मगर ग्राम प्रधान द्वारा उस नाली की सफाई मशीन द्वारा करा ली गई और मजदूरों को खड़ा कर एक फोटो खींच दी गई। ऐसा ही घोटाला आवास योजना में भी है प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत गांव में गरीबों के लिए जो आवास बनाए जा रहे हैं उनमें घटिया सामग्री का इस्तेमाल हो रहा है पात्र व्यक्तियों द्वारा ग्राम प्रधान द्वारा आवास और शौचालय में जमकर पैसा वसूला जा रहा है । ग्रामीणों ने आरोप लगाया है कि ग्राम प्रधान द्वारा आवास के नाम पर रुपया 20 बीस हजार और शौचालय के नाम पर 2 हजार रुपया प्रति व्यक्ति लिया जा रहा है। ग्राम प्रधान के इस भ्रष्टाचार के संबंध में कुछ ग्रामीणों ने जिला अधिकारी को एक ज्ञापन देकर पूरे मामले से अवगत कराया था और जिलाधिकारी ने भी जांच कर कार्यवाही करने का आश्वासन दिया था मगर अभी तक वक्त प्रधान के खिलाफ कोई कार्रवाई अमल में नहीं लाई गई । इस मामले में गांव की तारा जय कली कृपाल गोविंद दास कंचन राजपूत तथा बीरेंद्र सहित कई ग्रामीणों ने आवास शौचालय मनरेगा एवं कूप निर्माण में प्रधान द्वारा पैसे लेने तथा कार्य पूर्ण करवाने जैसे गम्भीर भी आरोप लगाए हैं ।


इनका कहना है

इस मामले में जिलाधिकारी मानवेन्द्र सिंह का कहना है मामला संज्ञान में आया था और ग्राम प्रधान की खिलाफ जांच कराकर कार्यवाही की जाएगी अगर ग्राम प्रधान भ्रष्टाचार में संलिप्त पाया जाता है तो उसके खिलाफ एफआईआर भी कराई जाएगी ।

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