ग्राम पंचायत-भदौरा में निरीक्षण के दौरान इस ग्राम पंचायत में स्वच्छ भारत मिशन (ग्रामीण) के अंतर्गत कुल 147 शौचालयों के निर्माण हेतु धनराशि अवमुक्त की गई थी। जिसके सापेक्ष 119 शौचालय बनाए गए हैं तथा 28 शौचालय बनाये जाने शेष हैं। इसके अतिरिक्त मनरेगा योजना के अन्तर्गत ग्राम में 04 शौचालयों का निर्माण कराया जाना था, जिसके सापेक्ष कोई शौचालय का निर्माण नहीं किया गया है तथा 4 शौचालय अब भी बनाये जाने अवशेष हैं। इस पर जिला पंचायत राज अधिकारी द्वारा बताया गया कि शौचालयों के निर्माण हेतु धनराशि एक वर्ष पूर्व ही अवमुक्त की जा चुकी है। इसके उपरान्त भी अभी तक ग्राम में शौचालयों के निर्माण हेतु धनराशि लाभार्थियों को उपलब्ध नहीं कराई गई।
इसके अलावा एल0ओ0बी0 के अन्तर्गत 172 शौचालय की धनराशि अवमुक्त की गई थी, जिसके सापेक्ष मात्र 11 शौचालय ही बनाये गये हैं। अभी भी 161 शौचालय बनाये जाने शेष हैं। उपस्थित जिला पंचायत राज अधिकारी एवं खण्ड विकास अधिकारी, बार द्वारा बताया गया कि ग्राम विकास अधिकारी ओमप्रकाश तिवारी को इस सम्बन्ध में पूर्व में कई बार समयान्तर्गत कार्य पूर्ण कराने के निर्देश दिये गये हैं किन्तु कार्य पूर्ण नहीं कराया गया। जिसके फलस्वरुप शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता वाली योजना का समायान्तर्गत क्रियान्वयन नहीं हो सका। इसके लिए ग्राम विकास अधिकारी ओमप्रकाश तिवारी दोषी हैं, अतः इन्हें तत्काल निलम्बित कर इनके विरुद्ध विभागीय कार्रवाई सुनिश्चित किये जाने के आदेश दिये जाते हैं। खण्ड विकास अधिकारी को निर्देशित किया जाता है कि वह एक सप्ताह में लाभार्थियों को धनराशि उपलब्ध कराते हुए अवशेष शौचालयों का निर्माण एक पक्ष में पूर्ण कराना सुनिश्चित करें।
इसके उपरान्त जिलाधिकारी ने ग्राम पंचायत-गुढ़ा का निरीक्षण किया। जिसमें भी ग्राम पंचायत गुढ़ा में निर्मित निर्माणधीन शौचालयों का कार्य अधूरा व मानक के अनुसार नहीं पाया गया। उच्चाधिकारियों द्वारा बार-बार आदेश दिये जाने के उपरान्त भी ग्राम पंचायत अधिकारी द्वारा अपने कार्य में रुचि नहीं ली गई है और न ही समुचित पर्यवेक्षण किया गया है। फलस्वरुप 46 शौचालयों का निर्माण अपूर्ण है तथा शौचालय मानक के अनुरुप नहीं बनाये गये हैं।
अतः ग्राम पंचायत अधिकारी दीपक कुमार को चेतावनी निर्गत की जाती है तथा निर्देशित किया जाता है कि वह अपूर्ण शौचालयों को एक सप्ताह में पूर्ण कराना सुनिश्चित करें। खण्ड विकास अधिकारी, महरौनी को निर्देशित किया गया कि वह ग्राम पंचायत गुढ़ा के सभी शौचालयों को मानक के अनुरुप पूर्ण करायें तथा अपूर्ण शौचालयों को एक सप्ताह में पूर्ण कराते हुये आख्या उपलब्ध कराएं।