शहर के बीआईपी इलाके जिलाधिकारी कार्यालय और आवास के पास में वन विभाग का कार्यालय और उनकी रहवासी कॉलोनी संचालित है । जिसके बाहर रोड किनारे वन विभाग द्वारा मजदूरों द्वारा साफ सफाई करवा कर इकट्ठे किए गए कूड़े-कचरे में आग लगा दी गई। जिससे उठते हुए ने इलाके में प्रदूषण फैलाने का काम किया। कलेक्ट्रेट चौराहे के आसपास का पूरा इलाका धुएं की धुंध में गुम होने लगा तो वहीं आने जाने वाले लोगों के साथ साथ दुकानदारों को कई परेशानियों का सामना भी करना पड़ा। जिसका विरोध वहां के स्थानीय लोगों के साथ आने-जाने वाले कुछ किसानों के साथ किसान नेताओं ने भी किया। आग लगाने की बात को वहां उपस्थित एक कर्मचारी ने भी स्वीकारा।
इस मामले में किसान नेता कीरत बाबा के साथ राजपाल सिंह ने कहा कि वन विभाग द्वारा यहां सफाई कराकर सरेआम आग लगाकर प्रदूषण फैलाया जा रहा है। जबकि यदि किसान अपनी फसल के डंठल में आग लगाता है तो उसके खिलाफ एफ आई आर दर्ज तक की जाती हैं तो फिर यहां आग लगवाने बाले जिम्मेदार लोगों के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज होनी चाहिए क्योंकि इस धुएं से लोगों का दम तक घुट सकता है। कहने का तात्पर्य है कि जीवन बचाने के जिम्मेदार लोग ही जीवन को खतरे में डालने का काम कर रहे हैं।