विद्यालय की स्थिति सुधारने के लिए लगाए 50 हजार रुपये हिन्दी मीडियम के परिषदीय विद्यालय में बच्चों को अंग्रेजी माध्यम से शिक्षा मिले, इसके लिए पिछले सत्र में ग्राम कंधारीकलां के प्राथमिक विद्यालय को अंग्रेजी माध्यम का बनाया गया था। करीब 190 छात्र छात्राओं ने प्रवेश लिया जिन्हें दो जोड़ी ड्रेस के लिए विभाग द्वारा विद्यालय को 76 हजार रूपए उपलब्ध कराए गए। मगर विद्यालय के जिम्मेदार प्रधानाध्यापक ने दर्जनों बच्चों के हिस्से के ड्रेस, जूते, स्वेटर आदि उन्हें नहीं दिए। इसी तरह इन बच्चों के स्वेटर के लिए करीब 38 हजार रूपए विद्यालय की शिक्षा समिति को दिए गए मगर हाल जस का तस रहा। विद्यालय के आर्थिक स्तर को सुधारने के लिए 50 हजार रूपए लगाए गए। मगर इसके बाद भी जिम्मेदारों ने बच्चों की परवाह नही की।
बच्चों ने लिखा शिक्षक के खिलाफ पत्र बच्चों के माता पिता ने कई बार शिक्षकों से गुहार लगाई कि उनके गरीब बच्चों को स्वेटर, ड्रेस, जूते दिए जाए मगर विद्यालय के जिम्मेदार शिक्षकों ने डांट फटकार लगाते हुए भगा दिया। कक्षा दो के छात्र निहाल, रागिनी सहरिया, सन्नी, करिश्मा, मुस्कान, आकाश, विकास, धर्मेन्द्र समेत तमाम बच्चों ने मण्डलायुक्त को भेजे शिकायती पत्र भेजा। पत्र में शिक्षकों पर भृष्ट्राचार का आरोप लगाते हुए ड्रेस वितरण, स्वेटर वितरण आदि की जांच कराने की मांग की।