पार्टी के फैसले से संतुष्ट हैं उमा भारती लोकसभा चुनाव के चलते प्रियंका गांधी पर पूछे गए सवाल में उमा भारती ने यह जवाब दिया। भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेता उमा भारती ने लोकसभा चुनाव न लड़ने के फैसले के बाद पार्टी के लिए सार्वजनिक स्तर पर यह बयान दिया। उन्होंने कहा कि अगर वे लोकसभा चुनाव लड़तीं, तो झांसी सीट से लड़तीं। लेकिन उन्होंने यह चुनाव न लड़ने का मन बनाया था और पार्ची ने उनके इस फैसले का सम्मान किया। उमा भारती ने कहा कि पार्टी ने मुझे राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बनाया और इस फैसले से वे संतुष्ट हैं।
करणी सेना की उमा से नाराजगी उमा भारती पहले भी विपक्ष पर हमला बोल चुकी हैं। वे अक्सर अपने विवादित बयानों को लेकर चर्चा में रहती हैं। हाल ही में ललितपुर में अपनी पार्टी के प्रचार के लिए आईं उमा भारती ने राजा का उदाहरण देकर बयान दिया, जिसपर करणी सेना ने नाराजगी जताई। उमा भारती ने कहा था कि पहले हर गांव में एक राजा होते थे। जब वह निकलते थे, तो गांव की प्रजा उनके सामने हाथ जोड़ती थी। उनके सामने कोई साइकिल पर हीं बैठ सकता था, दूल्हा घोड़े पर नहीं बैठ सकता था। राजा साहब के घर चाहे खाने के लिए कुछ न हो सिर्फ बेर ही हो लेकिन जब भी उनका हाल लेंगे तो वो कहेंगे अपनी तो ऐश है। अच्छा खाते हैं और अच्छा पहनते हैं। जबकि हकीकत कुछ और है। इस बायन को करणी सेना ने खुद से जोड़ा और उनका पुतला कर विरोध किया। हालांकि, माना जा रहा है कि यह बयान उमा भारती ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के लिए दिया था।