scriptपूर्व सपा जिलाध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख कैलाश यादव सहित चार गिरफ्तार | up police arrested four accused in lalitpur | Patrika News

पूर्व सपा जिलाध्यक्ष व ब्लाक प्रमुख कैलाश यादव सहित चार गिरफ्तार

locationललितपुरPublished: Jan 27, 2018 03:26:32 pm

Submitted by:

Ruchi Sharma

बर्बरता के साथ एक परिवार के सदस्यों के साथ मारपीट कर किया था अंगभंग सभी आरोपी है हिस्ट्रिसीटर

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ललितपुर. बहुचर्चित तालाबपुरा कांड के मुख्य आरोपी दबंग पूर्व सपा जिलाध्यक्ष व वर्तमान ब्लाक प्रमुख जखोरा कैलाश यादव को उनके एक लड़के भवानी यादव और दो भाइयों राजू यादव व इन्दल यादव सहित पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। बताया गया है कि परिवार के साथ बेरहमी से की गई मारपीट के मामले में फरार चल रहे हैं सभी आरोपियों को पुलिस ने हाईवे स्थित औद्योगिक आस्थान चन्देरा से गिरफ्तार किया। इस गिरफ्तारी में सीओ सदर हिमांशु गौरव सदर कोतवाल जयप्रकाश राम क्राइम ब्रांच के श्याम सुंदर आदि शामिल रहे।
पुलिस टीम को मिला इनाम

पुलिस अधीक्षक ने इन आरोपियों को गिरफ्तार करने वाली टीम को 5000 रुपए के इनाम की भी घोषणा की है।

यह है आरोपियों का आपराधिक इतिहास

पकड़े गए सभी आरोपी पहले से ही हिस्ट्रीशीटर लिस्ट में शामिल है। इन लोगों का आपराधिक इतिहास बहुत ही लंबा है। सभी आरोपियों पर जनपद के अलग-अलग स्थानों में कई संगीन मामले दर्ज हैं। आरोपियों में पूर्व सपा जिलाध्यक्षक ब्लाक प्रमुख जखोरा कैलाश यादव जिन पर पूर्व में 21 मामले दर्ज हैं उनके लड़के पूर्व पार्षद भवानी यादव जिन पर 11 मामले उनके भाई और पार्षद पति राजू यादव इन पर 10 मामले और उनके दूसरे भाई इंदल इन पर 9 मामले दर्ज हैं।
पुलिस ने इन धाराओं में की कार्रवाई

जैसे ही मारपीट लूट और अंग भंग का मामला पुलिस के संज्ञान में आया तत्काल पुलिस ने कार्रवाई करते हुए धारा 395 और 397 में मामला पंजीकृत कर लिया, मगर उसके बाद उस मामले को कोतवाल भरत कुमार पांडे ने 147 148 149 323 324 504 और 506 धारा में दर्ज कर दिया। इसके बाद जब जानकारी होने के बाद जन आक्रोश भड़का तो उस मामले में 325 तथा 7 सीएलए एक्ट लगाया गया। दोबारा डॉक्टरी रिपोर्ट आने के बाद 308 और 325 धाराओं में बढ़ोतरी की गई।
इनका कहना है

पुलिस अधीक्षक सलमान ताज पाटिल ने बताया कि इन दबंगों की हिस्ट्रीशीट खोल दी गई है और बहुत जल्दी ही गैंगस्टर की कार्रवाई की जा रही है। उन्होंने यह भी कहा कि जब पीड़ित परिवार की रिपोर्ट मंगाई गई थी तो वह संदिग्ध थी उसके बाद जिलाधिकारी से अनुमति लेकर परिवार की दोबारा डॉक्टरी जांच कराई गई उसमें कई और संवेदनशील बातें नजर आई। जिनके आधार पर धाराओं में भी बढ़ोतरी की गई है। उन्होंने कहा कि गलत और झूठी रिपोर्ट बनाने में डॉक्टरों पर भी कार्रवाई करवाई जाएगी।

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