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महिला नसबंदी में ललितपुर अव्वल

locationललितपुरPublished: Dec 27, 2018 02:52:09 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

विशेषज्ञों की राय- नसबंदी के बाद नहीं आती है यौन इच्छा में कमी, प्रेग्नेंसी को रोकने का सबसे कारगर उपाय है नसबंदी…

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महिला नसबंदी में ललितपुर अव्वल

ललितपुर. प्रेग्नेंसी को रोकने का सबसे कारगर उपाय नसबंदी है। नसबंदी कराने पर सरकार की ओर पैसों से भी मिलते हैं। उत्तर प्रदेश में महिला नसबंदी कराने के मामले में ललितपुर जिले को पहला स्थान मिला है। परिवार नियोजन की ओर से जारी वार्षिक आंकड़ों के मुताबिक, ललितपुर में सबसे ज्यादा 3,624 महिलाओं की नसबंदी कराई गई। इसके बाद प्रयागराज (इलाहाबाद) में 2,665 और झांसी में 2,222 महिलाओं की नसबंदी कराई गई है।
21 नवम्बर 2018 से लेकर 20 दिसंबर 2018 तक की इस सूची में प्रदेश के सभी 75 जिलों को नामित किया गया है। इसमें लक्षित महिला नसबंदी केसों के आधार पर सूची को तैयार की गई है। इस सूची में ललितपुर को पहला प्रयागराज को दूसरा और झांसी को तीसरा स्थान मिला है। सूची के मुताबिक, महिला नसबंदी कराने वाले टॉप 5 शहरों में सीतापुर (2,042) को चौथा और महाराजगंज जिले को पांचवां स्थान मिला है।
नसबंदी के बाद नहीं आती है यौन इच्छा में कमी
चिकित्सकों ने बताया कि महिलाओं में गर्भधारण को रोकने के लिए फाइलोपियन ट्यूब को ब्लॉक कर दिया जाता है। इस प्रक्रिया को नसबंदी कहते हैं। महिलाओं में नसबंदी एक स्थायी प्रक्रिया है, जिससे फिर वह भविष्य में गर्भधारण नहीं कर पाती हैं। 40 वर्ष से 45 वर्ष कि महिलाएं या ऐसी महिलाएं जिनकी उम्र 30 साल से ज्यादा हैं और वह बच्चे नहीं चाहती हैं, नसबंदी करा सकती हैं। नसबंदी कराने के बाद महिलाओं को किसी प्रकार की परेशानी का सामना नहीं करना पड़ता है। नसबंदी के कारण न तो उनके यौन इच्छा में कमी आती है और न ही महिलाओं के शरीर में हार्मोन के स्तर में गिरावट आती है। यही कारण है कि महिलाओं के लिए नसबंदी को सुरक्षित और फायदेमंद माना जाता है।
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