इस मामले में ग्रामीणों ने बताया कि गांव में कृपाशंकर तिवारी की पत्नी ग्राम प्रधान है। सरकार द्वारा चलाई जा रही आवास शौचालय जैसी जन हितेषी योजना का लाभ दिलाने के नाम पर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि कृपाशंकर तिवारी द्वारा आवास के नाम पर 20 से 30 हजार व शौचालय बनवाने के नाम पर दो हजार रुपये मांग की जा रही है। गांव के कई लोगों ने जब उन्हें पैसे दिए तब उनके आवास और शौचालय बन पाए। कई लोगों के आवास और शौचालय इसलिए अधूरे पड़े हैं कि उनके खातों से पैसे निकलवाकर ग्राम प्रधान प्रतिनिधि ने ले लिए। कई ग्रामीण आज भी योजनाओं का लाभ पाने के लिए दर-दर भटकते हैं। ग्राम प्रधान द्वारा सुविधा शुल्क मांगी जाती है और न देने पर योजनाओं का लाभ नहीं दिया जाता है।