सदर कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम सतरवांस निवासी कल्लू उर्फ कल्यान कुशवाहा सोमवार की शाम करीब 6 बजे अपना काम निपटा कर जब अपने घर आया और उसने घर के दरवाजे पर अपनी 46 बर्षीय पत्नी क्रांति कुशवाहा को कृत्रिम दरवाजा (टटिया) खोलने के लिए पुकारा, तो उसकी पत्नी को दरवाजा खोलने में थोड़ी देर हो गई और जब थोड़ी देर बाद उसकी पत्नी दरवाजा खोलने के लिए आई तो आक्रोशित पति ने अपनी पत्नी को घर के दरवाजे पर ही जमकर गाली-गलौज करते हुए मारना पीटना शुरू कर दिया।
इलाज के दौरान मौत पति द्वारा अपनी पत्नी को लाठी-डंडों से इतनी बेरहमी से पीटा गया कि वह लहूलुहान होकर बेहोशी की स्थिति में जमीन पर मरणासन्न होकर गिर पड़ी। तत्पश्चात जब उसका मजदूरी के काम से लौटकर आया तब उसने अपनी मां को मरणासन्न स्थिति में देखा, तो वह आनन-फानन में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बिरधा ले गया। जहां तैनात डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद उसकी गंभीर हालत को देखते हुए जिला चिकित्सालय रेफर कर दिया। जिला चिकित्सालय पहुंचने के बाद गंभीर रूप से घायल महिला को भर्ती कर इलाज शुरू किया गया। लेकिन देर रात हालत बिगड़ने के पश्चात उसे झांसी रेफर कर दिया गया। लेकिन मजदूर पुत्र अपनी मां का इलाज अच्छे अस्पताल में करवाना चाहता था इसलिए वह झांसी स्थित एक प्राइवेट अस्पताल में ले गया। लेकिन वहां पैसा आड़े आ गया और उसे झांसी मेडिकल कॉलेज में भर्ती करवाना पड़ा, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
इस मामले में मृतका के पुत्र ने अपने पिता पर किसी दूसरी महिला से अवैध संबंध होने के आरोप लगाए जिसके चलते उक्त घटना को अंजाम देने की बात कही। उसने यह भी बताया कि उसके पिता और मां के बीच आपसी सम्बन्ध ठीक नहीं थे पिता की गलत हरकतों का वह विरोध करती थी । जिस कारण उसके पिता ने उसकी मां को छोड़ दिया था और वह पिछले 20 वर्षों से अपने मायके में रह रही थी। लेकिन आपसी राजीनामा के चलते अभी 2 वर्ष पूर्व भी उसका पिता उसकी मां को लेकर यहां आया था।