हेडक्वॉर्टर पर चल रहा है कानूनी विवाद
आपको बता दें कि अंबानी ने रिलायंस कैपिटल का 50 फीसदी तक कर्ज चुकाने का प्लान बनाया है। इसलिए वह अपने हेडक्वॉर्टर को बेचने के लिए खरीदार की तलाश कर रहे हैं। खबरों के मुताबिक अभी उस साइट पर इस समय कानूनी विवाद चल रहा है, जिसके कारण कोई भी इस हेडक्वॉर्टर को खरीदने के लिए ज्यादा दिलचस्पी नहीं दिखा रहा है। रिलायंस ग्रुप के एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए कहा कि अंबानी रियल एस्टेट ऐसेट्स को बेचने की योजना बना रहे हैं।
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अनिल अंबानी को है कैश की जरूरत
इस समय अनिल अंबानी को अपना कर्ज चुकाने के लिए कैश की ज्यादा जरूरत है, जिसके कारण वह कैश का इंतजाम करने की कोशिश में लगे हुए हैं। रिलायंस ग्रुप अपनी रियल एस्टेट प्रॉपर्टीज बेचकर कैश हासिल करना चाहता है, जिससे कर्ज का बोझ कम किया जा सके। सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक रिलायंस ग्रुप इंटरनेंशनल प्रॉपर्टी कंसल्टंसी जेएलएल को जिम्मेदारी दे सकता है।
कहां स्थित है हेडक्वॉर्टर
अंबानी का यह हेडक्वॉर्टर सांताक्रूज में है और रिलायंस सेंटर 7 लाख स्क्वेयर फुट में बना हुआ है। अगर इसके लिए कोई खरीदार मिल जाता है तो कंपनी को 1500 सो लेकर 2000 करोड़ रुपए तक की राहत मिल सकती है। एक सूत्र ने जानकारी देते हुए बताया, ‘अनिल अंबानी इस प्रॉपर्टी को बेचने या लॉन्ग-टर्म लीज पर देने की योजना रखते हैं।’
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हेडक्वॉर्टर पर चल रहा है कानूनी विवाद
अनिल अंबानी के हेडक्वॉर्टर पर साल 2017 से कानूनी विवाद चल रहा है। फिलहाल इस विवाद को निपटाने की कोशिश की जा रही है। वहीं, कुछ लोगों का मानना है कि अनिल अंबानी को प्रॉपर्टी बेचने से मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है।
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