इनमें से कई कंपनियों के है सैकड़ो बैंक खाते
अभी दो माह पहले ही प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने चार्टर्ड अकाउंट्स के एक प्रोग्राम मे कहा था कि नोटबंदी के बाद से सरकार ने लगभग दो लाख शेल कंपनियों के रजिस्ट्रेशन रद्द कर दिया है। इन 5800 कंपनियों के 13 बैंको में सैकड़ो खाते है। इनमे से गोल्ड सुख ट्रेंड इंडिया लिमिटेड नामक एक कंपनी, जिसका पीएएन संख्या एएसीसी334के है, के 2134 खाते पाए गए है। वहीं एक और कंपनी जिसका नाम अश्विनी वनस्पति इंडिया प्राइवेट लिमिटेड है, उसके भी 915 बैंक खातों का खुलासा हुआ है। अनुजय एग्जाम प्राइवेट लिमिटेड का नाम भी सामने आया है जिसके 313 बैंक अकाउंट है। इसके बाद भी कई ऐसी कंपनियां है जिनके 150 से अधिक खाते है। ये कंपनिया इतने खातों की मदद से कालेधन को सफेद करन मे लगी हुई है।
नोटबंदी के दौरान जमकर किया था कालेधन को सफेद
उल्लेखनीय है कि नोटबंदी के दिन (8 नवंबर 2016) के ठीक पहले इन कंपनियों के खातों में जीरो बैलेंस था या फिर बेहद कम बैलेंस था। एक सरकारी आंकड़े के अनुसार नोटबंदी के दौरान इन 13,140 कंपनियों के खातों मे 4,573.87 करोड़ रुपए जमा थे। वहीं नोटबंदी के कुछ दिनों बाद ही इन खातों से 4,552 करोड़ रुपए निकाल लिया गया। इसके बाद अब इन खातों में मात्र 22 करोड़ रुपए ही रह गए है। यदि इन शेल कंपनियों के प्रति खाते का हिसाब लगाएं तो पता चलता है अब इन कंपनियों के एक खाते मे मात्र 16741 रुपए ही रह गए हैं।