नई दिल्लीPublished: Oct 19, 2018 08:34:02 am
Saurabh Sharma
अमरीका एक बार फिर एच-1बी वीजा के नियमों में बदलाव की तैयारी में है। ट्रंप प्रशासन का यह कदम भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) कंपनियों के कारोबार पर भारी पड़ सकता है।
आइटी कंपनियों को झटका दे सकते हैं एच-1बी वीजा नियमों के बदलाव, जनवरी तक आ सकते हैं नए नियमों का प्रस्ताव
नई दिल्ली। अमरीका एक बार फिर एच-1बी वीजा के नियमों में बदलाव की तैयारी में है। ट्रंप प्रशासन का यह कदम भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी (आइटी) कंपनियों के कारोबार पर भारी पड़ सकता है। साथ ही इससे अमरीका में काम कर रहे या करने की चाहत रखने वाले आइटी पेशेवरों के अरमानों पर भी पानी फिर सकता है। अमरीकी प्रशसन के मुताबिक एच-१बी वीजा के तहत आने वाले रोजगार और विशेष व्यवसायों या पेशों की परिभाषा को ‘संशोधित’ करने की योजना है।
ट्रंप का सख्त रवैया
बदलाव किस किस्म के होंगे यह अभी पूरी तरह स्पष्ट नहीं किया गया है, पर राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के विदेशी कामगारों और अमरीका से धन कमा रही कंपनियों को लेकर सख्त रवैये से आशंका है कि भारतीय कंपनियों और पेशेवरों पर इनका बड़े पैमाने पर असर पड़ सकता है। भारतीय मूल के अमेरिकियों के स्वामित्व वाली छोटी तथा मध्यम आकार की कंपनियां भी इससे प्रभावित होंगी। अमरीका के गृह सुरक्षा विभाग (डीएचएस) ने कहा कि अमरीकी नागरिकता और आव्रजन सेवा (यूएससीआइएस) एच-1बी वीजा के संबंध में जनवरी 2019 तक नया प्रस्ताव लाने की योजना बना रही है। इसका मकसद व्यवसाय विशेष की परिभाषा में बदलाव करना है।
किया जा सकता है नियमों को सख्त
डीएचएस ने एच-1बी वीजा कार्यक्रम के माध्यम से बेहतर और प्रतिभाशाली विदेशी नागरिकों पर ध्यान केंद्रित करने की बात कही है। वशेषज्ञों के मुताबिक इससे प्रतीत होता है कर्मचारियों की शिक्षा, अनुभव व सेवा शर्तों आदि से जुड़ी बाध्यताओं व नियमों को सख्त किया जा सकता है। डीएचएस ने कहा कि वह अमरीकी कामगारों और उनके वेतन-भत्तों के हितों को ध्यान में रखते हुए ‘रोजगार और नियोक्ता व कर्मचारी के बीच संबंध (एंंप्लॉयर-एंप्लॉयी रिलेशन) की परिभाषा को भी संशोधित करेगा। अमरीकी प्रशासन का कहना है कि एच-1बी वीजा धारकों को एंप्लॉयर्स से उचित वेतन सुनिश्चित करने के लिए गृह सुरक्षा विभाग और भी कदम उठाएगा।
क्या है एच-1बी वीजा
एच-1बी एक गैर-प्रवासी वीजा है, जो भारतीय आइटी पेशेवरों के बीच खासा लोकप्रिय है। यह अमरीकी कंपनियों को कुछ विशिष्ट क्षेत्रों में विदेशी कर्मचारियों की भर्ती की अनुमति देता है। टेक्नलॉजी कंपनियां चीन और भारत जैसे देशों से कर्मचारियों की भर्ती करने के लिए इस वीजा पर निर्भर हैं।
जीवन साथी को काम की छूट हो सकती है वापस
विभाग ने दोहराया कि वह एच-बी वीजा धारकों के जीवन साथी को जारी होने वाले एच-4 वीजा के कुछ नियमों को हटाने का भी प्रस्ताव कर रहा है। मौजूदा वीजा नियमों के तहत एच-4 वीजा धारकों को अमेरिका में काम करने की अनुमति है। आशंका है कि एच-4 वीजा धारक के जीवन साथी को रोजगार की छूट को सीमित या समाप्त किया जा सकता है। ट्रंप प्रशासन पहले भी इस मामले में नकारात्मक कदम उठा चुका है। हालांकि व्यापक विरोध के बाद इन्हें वापस ले लिया गया।