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अब खूब किजिए फोन पर बातें, सस्ती होने वाली है कॉल दरें

locationनई दिल्लीPublished: Sep 20, 2017 03:55:37 pm

Submitted by:

manish ranjan

सरकार की ये भी योजना है कि एक जनवरी 2020 से आइयूसी शुल्क को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा।

Mobile calls

नई दिल्ली। बहुत जल्द आपकी कॉल दरें कम हो सकती है। ऐसा इसलिए क्योंकि दूरसंचार नियामक ट्राई ने मोबाइल इंटरकनेक्शन शुल्क (आइयूसी) 14 पैसे से घटाकर 6 पैसे प्रतिमिनट कर दिया हैं। यदि टेलिकॉम कंपनियां इसका फायदा आपको देती है तो अक्टूबर तक आपकी कॉल दरों में 60 फीसदी तक कटौती हो सकती है। हालांकि इससे टेलिकॉम कंपनियों को नुकसान भी झेलना पड़ सकता है। ट्राई के इस फैसले से आने वाले दिनों में मोबाइल ऑपरेटर्स पैसे की संकट से भी जूझ सकते है। जिससे उन्हे बेहतर कस्टमर्स सर्विस मुहैया कराने में परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन इसका सबसे ज्यादा फायदा रिलायंस जियो को हो सकता है। वहीं दूसरे तरफ भारती एयरटेल, आईडिया सेल्यूलर और वोडाफोन जैसी कंपनियों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित हो सकता है।


क्या होता है आइयूसी

आपको बता दें की जब एक नेटवर्क से दूसरे नेटवर्क पर आप कॉल करते हैं तो आपके ऑपरेटर को उस दूसरे नेटवर्क पर कॉल करने के लिए कुछ पैसे देने होते है। इसी पैसे को आइयूसी कहते है। ट्राई ने इस आइयूसी शुल्क को 6 पैसे प्रतिमिनट कर दिया है और कॉल टर्मिनेशन शुल्क एक अक्टूबर 2017 से लागू हो जाएगा। सरकार की ये भी योजना है कि एक जनवरी 2020 से आइयूसी शुल्क को पूरी तरह से समाप्त कर दिया जाएगा। ट्राई के इस फैसले के बाद से मोबाई कंपनियों का संगठन सीआएआइ ने इस फैसले से दूर्भाग्यपूर्ण बताते हुए कहा है कि इसके लिए अदालत का दरवाजा खटखटाया जा सकता है।


रिलायंस जियो को मिलेगा सबसे अधिक फायदा

दूसरी तरफ नियामक ने इस फैसले पर सफाई देते हुए अपने एक बयान मे कहा है कि, ये फैसला भागीदारों से मिली राय पर लिया गया है। कुछ जानकारों का मानना है कि, इस फैसले के से सबसे ज्यादा लाभ रिलायंस जियो को होगा क्योंकि जियो ही दूसरे नेटवर्क पर सबसे ज्यादा टै्रफिक बढ़ा रही है। आपको बता दें कि ट्राई के इस फैसले से एक नया विवाद खड़ा हो गया है। भारती एयरटेल जैसी प्रमुख कंपनी इसमे पहले से ही बढ़ोतरी करने की मांग कर रही थी लेकिन अब इस फैसले से उसको विपरीत रूख का सामना करना पड़ सकता है। वहीं दूसरी तरफ रिलायंस जियो इस शुल्क को कम करने की मांग कर रही थी। इस तरह से देखा जाए तो इसमे एक तरह से रिलायंस जियो को फायदा हुआ है।


इसके साथ ही ट्राई ने बिजनेस को और सुगम बनाने के लिए एक एडवाइजरी भी जारी किया गया है। इस एडवाइजरी मे समय से मंजूरियों, शुल्को को युक्तिसंगत बनाए जाने और साथ ही श्रेणीबद्ध जुर्माने का प्रस्ताव दिया गया है।

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