साजिश रचते हुए आरएचसी होल्डिंग प्राइवेट लि. की संपत्ति का दुरुपयोग किया
उन्होंने शिकायत में यह भी कहा कि गुरिंदर सिंह ढिल्लों, गुरप्रीत सिंह ढिल्लों, गुरकीरत सिंह ढिल्लों, सुनील गोधवानी, संजय गोधवानी, राजवीर सिंह गुलिया और प्रमोद आहूजा के साथ मिलीभगत करके शिवेंद्र मोहन सिंह ने अपने पद का दुरुपयोग किया। उन्होंने आरोप लगाया कि अन्य सह-अभियुक्तों के साथ षड़यंत्र में शिविंदर मोहन सिंह और सुनील गोधवानी ने दो अन्य कंपनियों – रेलिगेयर एंटरप्राइजेज लिमिटेड और रेलीगेयर फिनवेस्ट लिमिटेड में गंभीर वित्तीय धोखाधड़ी की है, जिससे उन्हें काफी वित्तीय नुकसान हुआ है। उन्होंने यह भी दावा किया है कि आरोपियों ने कंपनियों की वित्तीय स्थिति को गलत तरीके से पेश किया और ढिल्लन परिवार के साथ मिलकर शिकायतकर्ता को गलत तरीके से नुकसान पहुंचाया। आरोपी व्यक्तियों ने आपराधिक साजिश रची है और आरएचसी होल्डिंग प्राइवेट लिमिटेड की संपत्ति का भी दुरुपयोग किया है।
दोनों भाइयों में मारपीट की आर्इ थी खबरें
आरोप में उन्होंने आगे कहा, “यह प्रस्तुत किया गया है कि कस्टोडियल पूछताछ सहित अभियुक्त व्यक्तियों द्वारा दर्ज की गई साजिश की सटीक प्रकृति और सीमा को उजागर करने के लिए एक विस्तृत और गहन जांच आवश्यक है।” शिविंदर सिंह से जब मीडिया ने संपर्क किया तो उन्होंने इस मुद्दे पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया। फोर्टिस हेल्थकेयर के तत्कालीन प्रमोटर सिंह बंधुओं के बीच संबंध स्वास्थ्य सेवा से फंड डायवर्जन के आरोपों के बाद खट्टा हो गया। शिविंदर ने रैनबसेरी प्रयोगशालाओं के अधिग्रहण से संबंधित विवाद में जापानी दवा निर्माता को 3,500 करोड़ रुपये के अपने हिस्से का भुगतान करने की पेशकश की थी। पिछले साल दिसंबर में भी झगड़ालू सिंह भाइयों ने एक-दूसरे पर मारपीट का आरोप लगाया था।’