क्यों मांगा गया इस्तीफा आपको बता दें कि अमरीकी सिक्यॉरिटी ऐंड एक्सचेंज कमिशन यानी कि एसईसी ने संघीय अदालत में एलन के खिलाफ एक याचिका दायर की थी। जिसमें कहा गया था कि एलन मस्क ने टेस्ला को प्राइवेट बनाने के लिए फंडिंग की व्यवस्था हो जाने के संबंध में 7 अगस्त को ट्विटर पर गलत बयान दिया था। मस्क ने तब दावा किया था कि टेस्ला को प्राइवेट बनाने के लिए 420 डॉलर प्रति शेयर की दर से फंडिंग की व्यवस्था हो गई है। यह कीमत टेस्ला के शेयरों की तत्कालीन बाजार दर से काफी अधिक थी। मस्क के ट्वीट पर दिए इस बयान के बाद कंपनी के शेयरों में तेज उछाल गई। जिससे निवेशक समझ नही पा रहे थे कि उन्हें अब क्या करना चाहिए। अमरीकी सिक्यॉरिटी ऐंड एक्सचेंज कमिशन ने मस्क की ओर से ट्वीट किए बयान को गलत और भ्रामक करार दिया।
धोखाघड़ी का केस दर्ज आपको बता दें कि एलन मस्क के बयान पर धोखाधड़ी का केस दर्ज कर दिया गया। मस्क ने असपर सफाई देते हुए पहले एक बयान में कहा कि यूएस सिक्यॉरिटीज ऐंड एक्सचेंज कमिशन की तरफ से की गई यह कार्रवाई तर्कसंगत नहीं है, इसने मुझे दुखी और निराश कर दिया है। मस्क ने कहा, ‘मैंने हमेशा सत्य, पारदर्शिता और निवेशकों के बेहतर हित में कदम उठाए हैं। लेकिन अंत में मस्क ने कमीशन के फैसले को मानते हुए इस्तीफा देने को राजी हो गए।