कहा- मुझपर कर्इ अन्य जिम्मेदारियां
गौतम सिंघानिया ने कहा, “मुझे नहीं पता की मैं कितने लंबे समय के लिए रेमंड लिमिटेड का चेयरमैन रहूंगा। मेरे दिमाग में कुछ बात है जिसे मैं अभी साझा नहीं करना चाहूंगा। मैं ग्रुप की सभी कंपनियों का चेयरमैन नहीं हूं।” सिंघानिया ने कहा कि वो प्रत्येक कंपनी के लिए स्वंतत्र गवर्नेंस का इंतजाम कर रहे हैं जिससे यह सुनिश्चित हो सके कि प्रोमोटर परिवार कंपनी की दैनिक कार्यप्रणाली से बिल्कुल अलग रहे। 53 वर्षीय गौतम सिंघानिया ने कहा, “यदि किसी कारणवश कल मैं दुनिया में नहीं रहा तो स्वतंत्र लोग सभी चीजों की जिम्मेदारी ले सकें। रेमंड प्रतिस्पर्धात्मक आैर स्वतंत्र रूप से काम कर सकता है। मेरे बच्चे अभी बहुत छोटे हैं आैर मुझपर पत्नी, बच्चे से लेकर कर्मचारियों आैर शेयरहोल्डर्स, बैंक तक की जिम्मेदारी है।”
एफएमसीजी व्यापार के चेयरमैन पद से दिया था इस्तीफा
उन्होंने कहा कि अब वो रणनीति के साथ-साथ नए प्रोडक्ट डेवलपमेंट, बजट टार्गेट आैर पब्लिक रिलेशन पर ध्यान देंगे। एफएमसीजी व्यापार में राजीव बख्शी चेयरमैन हैं आैर सिंघानिया निदेशक हैं। उनके अतिरिक्त तीन अतिरिक्त निदेशक भी हैं। हाल ही में गौतम सिंघानिया रेमंड अपैरल के चेयरमैन पद से हटे थे जिसके बाद निर्विक सिंह ने पदभार संभाला था।
पिता के साथ विवाद को लेकर क्या बोले गौतम सिंघानिया
अपने पिता विजयपत सिंघानिया से विवाद को लेकर उन्होंने कहा कि उनके पिता के पास सैकड़ों करोड़ रुपए हैं आैर यदि वह किसी के मदद मांगते हैं तो कोर्इ भी उनकी मदद कर सकता है। पिछले साल अक्टूबर माह में ही विजयपत सिंघानिया को रेमंड ग्रुप के चेयरमैन एमेरिटस पोस्ट से हटाया गया था। विजयपत सिंघानिया ने बेटे पर आरोप लगाया है कि उनके द्वारा गौतम सिंघानिया को उपहार में 1 हजार करोड़ रुपए के 37 फीसदी स्टेक देने के बाद भी उन्हें दक्षिण मुंबर्इ के जेके हाउस में डुपलेक्स घर नहीं दिया गया।
Read the Latest Business News on Patrika.com. पढ़ें सबसे पहले Business News in Hindi की ताज़ा खबरें हिंदी में पत्रिका पर।