भारत न आने के लिए बनाए ये बहाने
एक न्यूज एजेंसी के मुताबिक, अपने खराब सेहत का हवाला देते हुए मेहुल चौकसी ने भारत यात्रा करने से मना कर दिया है। हालांकि उसने ये जरूर कहा कि, “मैं जांच में सहयोग करने के लिए तैयार हूं। लेकिन मुझे न तो कोर्इ मदद मिल रही आैर न ही कोइ सूचना। जांच एजेंसियां मेरे खिलाफ जो अभियान छेड़ें हुए है, वो कतर्इ सही नहीं है। मैं पहले ही नोटिस का जवाब दे चुका हूं। मेरे लिए आश्चर्य की बात है कि मुद्दा जस का तस बना हुआ है। मुझे अपने सुरक्षा की भी चिंता है। भारतीय मीडिया भी अपनी तरह से ट्रायल चला रहा आैर बातों काे बढ़ा चढ़ाकर दिखा रहा हैं। मेरा पासपोर्ट पहले ही जब्त किया जा चुका है आैर रीजनल पासपोर्ट भी मुझसे संपर्क नहीं कर रहा है। मैं आपका सम्मान करता हूं आैर भरोसा दिलाता हूं कि मैं किसी भी तरह का बहाना नहीं बना रहा हूं।”
पहले लेटर में दिया था खराब सेहत का हवाला
मेहुल चौकसी ने आगे कहा कि, मुझे समझ नहीं आ रहा कि मैं कैसे भारत की सुरक्षा के लिए खतरा हूं। अपने पहले लेटर में मेहुल चौकसी ने पासपोर्ट रद्द होने के साथ-साथ अपने खराब सेहत होने के हवाला दिया था। जिसमें उसने कहा था कि, मैं अपने सेहत को लेकर परेशान हूं आैर मुझे डर है कि भारत में मुझे गिरफ्तार कर लिया जाएगा। जेल में बंद किसी आरोपी को उसकी पसंद का डाॅक्टर नहीं मिलता है।फिलहाल मेरी हालत एेसे नहीं कि मैं अगले 4 से 6 माह यात्रा कर पाऊं।
अापको बता दें कि पिछले माह पंजाब नेशनल बैंक ने सेबी आैर बाॅम्बे स्टाॅक एक्सचेंज को लगभग 11 हजार करोड़ रुपए के घोटाले का जानकारी दिया था। इस घोटाले में दो मख्या आरोपी नीरव मोदी आैर मेहुल चौकसी ने पीएनबी बैंक के कुछ अधिकारियों की मदद से फर्जी लेटर आॅफ अंडरेटेकिंग(LoU) साइन कराकर विदेशी खातों में पैसे ट्रांसफर कराया था। इस मामले के सामने आते ही देश की कर्इ जांच एजेंसियां इसकी जांच कर रही हैं। जांच के बाद ये घोटाल 11 हजार से बढ़कर 12,700 करोड़ रुपए का हो गया है।