47 भारतीयों को मिली जगह
यही नहीं ब्रिटेन के एक हजार लोगों की इस लिस्ट में भारतीय मूल के कुल 47 भारतीय शामिल हैं। इस लिस्ट को तैयार करने वाले राॅबर्ट वाॅट्स ने कहा कि ब्रिटेन अब बदल रहा है, अब वो दिन लद गए जब पुराने धन आैर कुछ गिने चुने उद्योगों को ही संडे टाइम्स के इस लिस्ट में दबदबा था। अब इस लिस्ट में सिर्फ विरासट में धन पाने वालों की ही नहीं जगह मिल रही बल्कि वो लोग भी इस लिस्ट में शामिल हो रहे हैं जिन्होंने खुद की मेहनत से उद्यम क्षेत्रों में अपना दबदबा कायम किया है।
सामान्य पृष्ठभूमि के अधिक लोग शामिल
राॅबर्ट वाॅट्स ने आगे कहा कि, इस लिस्ट में चाॅकलेट का कारोबार करने वाले, सुशी, पेट फूड आैर अंडो का कारोबार करने वाले शामिल है। हम देख रहे हैं कि इस लिस्ट में सामान्य पृष्ठभूमि के अधिक लोग शामिल हैं। ये वो लोग है जिन्होंने अपने शुरूआती दिनों में संघर्ष के बाद अपने कारोबार में सफल हुए हैं। इस लिस्ट में पहला स्थान प्राप्त करने वाले जिम रैटक्लिफ ने रसायन कंपनी आर्इनियोस की शुरूअात की थी। पिछले साल इस लिस्ट में वो 18वें स्थान पर थे।
ये भारतीय भी हैं शामिल
इस लिस्ट में स्टील कारोबारी लक्ष्मी एन मित्तल भी शामिल हैं। जिन्हें इसबार पिछले साल के चौथे स्थान के बजाय पांचवे स्थान से संतोष करना पड़ा। वहीं अन्य भारतीयों की बात करें तो इस लिस्ट में श्री प्रकाश लोहिया(25वां स्थान), भावागुठू शेट्टी(59वां स्थान), मिस्टर सिमाॅन, मिस्टर बाॅबी आैर मिस्टर राॅबिन अरोड़ा(60वां स्थान)भी हैं। किरणा मजूमदार शाॅ को इस लिस्ट में 75वां स्थान मिला है।