मौजूदा ग्रेाथ रेट ट्रेंड बनाएगा भारत को तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था
एचएसबीसी ने अपने रिपोर्ट मे ये कहा है कि, भारत में हुए पिछले कुछ आर्थिक रिफॉर्म के वजह से भारत की जीडीपी पर बुरा असर पड़ा है। लेकिन ग्रोथ रेट ट्रेंड को देखते हुए ये कहा जा सकता है कि अगले 10 साल में भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था के रूप में उभर सकता है। अभी मौजूदा हालात को देखते हुए लगता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था की हालात थोड़ी चिंताजनक जरूर है लेकिन मध्य अवधि के दौरान भारत को उसकी छुपती क्षमता के प्रदर्शन का मौका दिया जाना चाहिए। फिलहाल भारत का ग्रोथ ट्रेंड बेहतर स्थिमि मे है जिससे अगले दस साल में जापान और जर्मनी को पीछे छोड़ देगा।
फिलहाल दो हिस्सो में बंटा है भारत का अर्थव्यवस्था, अगले वित्त वर्ष तक 7 फीसदी हो सकता है जीडीपी
इस वित्तिय फर्म ने ये भी कहा कि, अभी भारत दो हिस्सों में बंटा हुआ है। इसमे से एक दूसरी धीमी रफ्तार से तो दूसरा तेजी से आगे बढ़ रहा है। ये भी अनुमान है कि इसका पहला हिस्सा वित्त वर्ष 2018 और 2019 में दिखेगा। पहला हिस्सा जीडीपी और कई महत्वपूर्ण क्षेत्रों की विकास दर के तौर पर देखेगा। जबकि दूसरा हिस्सा स्थिति को सुधारने मे मदद करेगा। वर्ष 2020 तक भातर विकास की रफ्तार पकड़ेगा और ये दौर भारत के लिए ज्यादा बेहतर होगा। एचएसबीसी ने इस बात की भी संभावना जताया है कि, वित्त वर्ष 2017-18 के बीच भारत की विकास दर 6.5 फीसदी रह सकता है तो इसके अगले वित्त वर्ष में यह 7 फीसदी की दर पर जा सकता हैं। अगले वित्त वर्ष तक यह लघु अवधि की परेशानी दूर हो जाएगा और फिर इसके बाद भारत की अर्थव्यवस्था तेजी से र$फ्तार पकड़ेगी। इसके बाद जीएसटी ही जीडीपी में लगभग 40 बेसिस प्वाइंट की बढ़ोतरी करने में मदद करेगा।