कैंपेन के जरिए संदेश कंपनी के शराब पीकर गाड़ी ना चलाने का सन्देश देने के लिए एक शार्ट फिल्म तैयार की गई है। इसमें दिखाया गया है कि एक सात साल की बच्ची अपनी नई रिमोट से चलने वाली खिलौना कार से खेल रही है। अगले कुछ शॉट्स में उसे अपनी कार को लिविंग रूम में चारों ओर लापरवाही से चलाते हुए दिखाया गया है, तेजी से चलती हुई कार अचानक मोड़ लेते हुए कई वस्तुओं के बहुत करीब पहुंच जाती है। इसी तरह से तेज़ी से चलती हुई कार उस बच्ची की दादी की कुर्सी से जा टकराती है। बच्ची को लापरवाही से ड्राइविंग करते देख परेशान होकर उसकी दादी ने रिमोट-नियंत्रित कार चलाने के असुरक्षित तरीके पर सवाल उठाया। लड़की तुरंत मासूमियत से कहती है, कि वह उसी तरह से गाड़ी चला रही है जैसा उसके पिता ने पार्टी करने के बाद गाडी चलाते हैं, इसमें क्या गलत है। उसकी यह बात पुरे परिवार पर बड़ा प्रभाव छोड़ती है कि किसी पार्टी में कुछ ड्रिंक्स लेने के बाद उसके पिता कैसे कार चलाते हैं। अजीब स्थिति का सामना करते हुए, बच्ची के पिता अपनी माँ की ओर देखते हैं और यह महसूस करते हैं कि नशे में होने के बावजूद ड्राइविंग करके वे कितनी बड़ी गलती करते हैं।
सड़क सुरक्षा के लिए भी किया सचेत सड़क सुरक्षा के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए आईसीआईसीआई लोम्बार्ड लगातार प्रयास कर रहा है। इस अभियान के माध्यम से, लोगों को नशे में ड्राइविंग के खतरे बताए जा रहे हैं। यह अभियान सिर्फ सुरक्षित ड्राइविंग के बारे में नहीं है। बल्कि उस वादे को पूरा करने के लिए है, जो हम हमेशा अपने प्रियजनों से करते हैं, खुद को और उन्हें सुरक्षित रखने का वादा। अभियान के बारे में आईसीआईसीआई लोम्बार्ड के कार्यकारी निदेशक संजीव मन्त्री ने कहा, “आईसीआईसीआई लोम्बार्ड में, हम मानते हैं कि नशे में ड्राइविंग से जुड़े जोखिमों के बारे में उपभोक्ताओं को सचेत करना बेहद ज़रूरी है, जिसमें नए साल की पूर्व संध्या के दौरान ऐतिहासिक रूप से वृद्धि देखी जाती है। हमारा नवीनतम अभियान इस पहलू पर केंद्रित है कि बच्चें हमारे कामों और सोचने के तरीके से बहुत प्रभावित होते हैं और वास्तव में उनके द्वारा दैनिक जीवन में किए जाने वाले सभी काम हमारे ही कामों का प्रतिबिम्ब होते हैं।