क्या है प्लांट की खासियत
अनंतपुर जिले के येरामांची गांव में 536 एकड़ में फैला यह प्लांट अपने आप में पूरा शहर है। कंपनी प्लांट के साथ साथ यहां विनिर्माण इकाई और एक आवासीय बस्ती व प्रशिक्षण केंद्र भी स्थापित करेगी।
ट्रेनिंग की अनोखी पहल
कंपनी करीब 1500 लोगों को ट्रेनिंग देने की योजना बना रही है। इसमें खासकर उन लोगों को जोड़ा जाएगा। जिन्हें ऑटो सेक्टर के बारे पता नहीं है। कंपनी इन लोगों को प्रशिक्षित कर इन्हें ऑटो क्षेत्र के लिए तैयार करेगी। जिसके बाद ये लोग देश में कई भी ऑटोमोबाइल के क्षेत्र में काम कर सकेंगे है। इसके अलावा कंपनी का एक प्रशिक्षण केंद्र बनकर तैयार है और यहां स्थानीय युवाओं के एक बैच का प्रशिक्षण भी शुरू कर दिया गया है। कंपनी ने स्थानीय युवाओं को बुनियादी तकनीकी प्रशिक्षण देने के लिए आंध्र प्रदेश राज्य कौशल विकास निगम के साथ समझौता किया है।
बड़ी कंपनियों को मिलेगी टक्कर
आपको बता दें कि कंपनी के इस कारखाने का निर्माण कार्य निर्धारित कार्यक्रम से तेजी से चल रहा है और 65% काम पूरा हो चुका है। उम्मीद है कि आने वालों सालों में उत्पादन शुरु होने के बाद मौजूदा दिग्गज ऑटो कंपनियों को कड़ी टक्कर मिलेगी।
कंपनी को भारत के तेजी से बढ़ते वाहन बाजार से बड़ी उम्मीद है और वह इस परियोजना में कुल मिलाकर 1.1 अरब डॉलर निवेश करेगी। किआ मोटर्स इंडिया के कारखाने की अधिकतम क्षमता तीन लाख वाहन सालाना होगी। हांलाकि भारत में पेश किए जाने वाले एसयूवी का नाम अभी तय नहीं किया है। यह वाहन अगले साल बाजार में आने की उम्मीद है।