2020 तक नए तेवर में दिख सकती है रिलायंस इंडस्ट्रीज
इंडिया मोबाइल कांग्रेस में अपने संबोधन में मुकेश अंबानी ने ‘नए विश्व’, ‘नए भारत’ व ‘नए वाणिज्य’ की बातें भी कीं। कुछ जानकारों का मानना है कि हो सकता है मुकेश अंबानी 2020 तक एक नए रिलायंस इंडस्ट्रीज के तौर पर देख रहे हैं जाे तकनीक के क्षेत्र में भी अपना वर्चस्व कायम करना चाहती हो। करीब एक सप्ताह पहले ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जुलार्इ-सितंबर की तिमाही का रिजल्ट घोषित की थी। गत तिमाही में आरआर्इएल को कुल राजस्व में 17.4 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज की गर्इ थी।
कंपनी के नए बिजनेस हुआ बड़ा मुनाफा
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही के नतीजे रिलायंस इंडस्ट्रीज के भविष्य को लेकर इसलिए भी खास हैं क्योंकि कंपनी के कर्इ नए बिजनेस जैसे – रिटेल, डिजिटल सेवाएं अौर मीडिया से कंपनी को कुल 44,615 का मुनाफा हुआ है। जबकि पेट्रोकेमिकमल बिजनेस से 43,745 करोड़ रुपए का लाभ हुआ है। आज भी रिलायंस इंडस्ट्रीज का रिफाइनिंग व मार्केटिंग बिजनेस जो पेट्रोल, डीजल, एलपीजी, केरोसिन जैसे उत्पाद तैयार करती है आैर इनमें से अधिकतर की निर्यात करती है।
हैथवे का अधिग्रहण करेगी रिलायंस इंडस्ट्रीज
तिमाही नतीजों के साथ ही रिलायंस इंडस्ट्रीज ने केबल व इंटरनेट कंपनी डेन व हैथवे के अधिग्रहण की घोषणा भी की है। बीते कुछ समय में मुकेश अंबानी के फैसलों से एक बात तो साफ है कि वो बड़े स्तर पर ग्राहकों से जुड़ना चाहते हैं आैर इसके साथ ही आने वाले एक दशक में तकनीक के क्षेत्र में भी अपना वर्चस्व कायम करना चाहते हैं।