एतिहाद के जरिए खरीद सकते हैं हिस्सेदारी
आपको बता दें कि सभी लोग इस एयरलाइन को शुरू करने की कोशिशों में लगे हुए हैं। हालांकि अभी तक रिलायंस इंडस्ट्रीज ने जेट को खरीदने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट ( EoI s) नहीं जमा किया है। रिपोर्ट से मिली जानकारी के अनुसार एतिहाद एयरवेज ( Etihad Airways ) के जरिए जेट में हिस्सेदारी खरीदने के लिए इच्छुक हैं।
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अभी 24 फीसदी है हिस्सेदारी
वर्तमान में एतिहाद की हिस्सेदारी 24 फीसदी है। इसके अलावा कंपनी ने जेट में हिस्सेदारी खरीदने के लिए EoI भी जमा कर दिया है। वहीं, लोगों का मानना है कि मुकेश अंबानी जेट में हिस्सेदारी खरीदने के लिए आगे आ सकते हैं और डूबते हुए जेट को बचा सकते हैं। अगर अंबानी जेट को बचाते हैं तो उनकी एतिहाद में हिस्सेदारी भी बढ़ जाएगी। हिस्सेदारी खरीदने के बाद यह बढ़कर 49 फीसदी हो जाएगी।
नहीं होगी मंजूरी की जरूरत
25 सालों तक उड़ान भरने के बाद कंपनी ने बुधवार को अपनी उड़ानों के परिचालन को बंद कर दिया है। वहीं, अगर एविएशन सेक्टर में FDI के नियमों की बात करें तो अगर एतिहाद 49 फीसदी हिस्सेदारी खरीदती है तो उसको किसी भी तरह की परमिशन की जरूरत नहीं होगी। कंपनी बिना किसी परमिशन के इसको खरीद सकती है। वहीं, अगर कंपनी इससे ज्याद हिस्सेदारी खरीदेगी तो उसको सिविल एविएशन से मंजूरी की आवश्यक्ता पड़ेगी।
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सूत्रों ने दी जानकारी
रिलायंस इंटस्ट्रीज के व्यक्ति ने मीडिया को जानकारी देत हुए बताया कि किसी भी तरह की अपवाहों पर न जाएं। हम अभी इस बारे में विचार कर रहे हैं। अगर यये सौदा ठीक लगता है तो हम इसकी घोषणा कर देंगे। वहीं, आपको बता दें कि जेट मामले को लेकर कर्मचारियों ने वित्त मंत्री से भी मुलाकात की है। वित्त मंत्री सभी कर्मचारियों को भरोसा दिलाया है कि हम उन सभी का साथ देंगे। कर्मचारियों ने उनसे कम से कम एक महीने की सैलरी की मांग की है, जिसके लिए 170 करोड़ रुपए की जरूरत पड़ेगी।
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