कम होगी जेट एयरवेज में एतिहाद एयरवेज की हिस्सेदारी
कुछ दिन पहले की कंपनी की उड़ानों को लगातार रद्द होने के सिलसिले को देखते हुए भारतीय स्टेट बैंक ने नरेश गोयल व तीन अन्य निदेशकों को कंपनी से इस्तीफा देने को कहा था। जेट एयरवेज में एसबीआई प्रमुख उधारकर्ता है। जेट ने यह भी साफ कर दिया है कि वो एतिहाद के 24 फीसदी हिस्सेदारी का भी जारी नहीं रखेगा। कुछ दिन पहले ही एसबीआई के चेयरमैन रजनीश कुमार ने कहा था कि जेट एयरवेज के कारोबार को पूरी तरह से बंद करना एक अच्छा फैसला नहीं होगा। उन्होंने कहा था कि हमारा विश्वास है कि सभी के हितों को ध्यान में रखते हुए जेट एयरवेज का परिचालन चालू रहना चाहिए।
एतिहाद एयरवेज ने खींचा था रिजॉल्युशन प्लान से हाथ
इसके पहले यूएई की विमान कंपनी और जेट एयरवेज में हिस्सेदार एतिहाद एयरवेज ने कहा था कि यदि जेट एयरवेज का रिजॉल्युशन प्रस्ताव पास नहीं होता है तो वह जेट एयरवेज में 750 करोड़ रुपए नहीं लगाएगी। बाद में एतिहाद ने यह भी कह दिया है कि बैंकों के कंसॅार्टिय द्वारा फंड जुटाने के प्लान में वह हिस्सा नहीं लेगी। इसके बाद जेट एयरवेज के पास खुद को बचाने के बहुत कम ही विकल्प रह गए थे। रिजॉल्युशन प्लान के तहत, उधारकर्ताओं द्वारा जेट एयरवेज को 750 करोड़ रुपए देने थे। वहीं, एतिहाद एयरवेज को भी इतनी ही रकम देनी थाी।