कारोबार

चीन, अमरीका और इंगलैंड मिलकर भारत में पैदा कर सकती है 7 लाख नौकरियां

अगले 5 साल 7 लाख रोजगार के मौके बन सकते हैं।

नई दिल्लीOct 16, 2017 / 03:39 pm

manish ranjan

नई दिल्ली। दुनिया की बड़ी इंजिनियरिंग मशीनरी मैन्युफैक्चरर्स में शामिल चीन की कंपनी हेवी इंडस्ट्री समेत करीब 600 कंपनियां अगले 5 साल में भारत में करीब 85 अरब डॉलर निवेश करने की योजना बना रही हैं। अगर ऐसा होता है तो तो भारत में अगले 5 साल में 7 लाख नई नौकरियों के अवसर पैदा होंगे। दरअसल विदेशी निवेश को बढ़ावा देने वाली सरकार की नीति इन्वेस्ट इंडिया के तहत देश को इन्वेस्टमेंट के एक आकर्षक ठिकाने के रूप में बेहतर ढंग से पेश करने की तैयारी है। इन्वेस्ट इंडिया ने ऐसी 200 कंपनियों की लिस्ट बनाई है, जो अभी भारत में कारोबार नहीं कर रही हैं।
चीन, अमरीका औऱ इंगलैंड की निवेश योजना

इन्वेस्ट इंडिया के मुताबिक अगले दो वर्षों में 100 अरब डॉलर विदेशी निवेश का लक्ष्य रखा गया है। जिसमें नए और पहले से चल रहे, दोनों तरह के प्रॉजेक्ट्स में निवेश शामिल है। कुल निवेश योजना में 42 फीसदी हिस्सा चीन की कंपनियों का है। जबकि 24 फीसदी अमरीका से और 11 फीसदी का हिस्सा यूके से है। गौरतलब है कि भारत में वित्त वर्ष 2017 के दौरान भारत में सबसे ज्यादा 43 अरब डॉलर एफडीआई आया था। जो पिछले साल से 9 फीसदी ज्यादा है।
कौन सी कंपनियां शामिल

जिन कंपनियों ने निवेश में दिलचस्पी दिखाई है उनमें पसिफ़िक कंस्ट्रक्शन, चाइना फॉर्च्यून लैंड डिवेलपमेंट और डैलियन वांडा जैसी चीन की कंपनियों के साथ अमेजन भी इस दौरान भारत में निवेश की योजना बना रही हैं।
बनेंगे 7 लाख रोजगार के मौके

इन्वेस्ट इंडिया के मुताबिक, जितने निवेश के बारे में संकेत मिला है, उसमें से 74.3 करोड़ डॉलर पहले ही आ चुके हैं और इसके चलते रोजगार के एक लाख मौके बने हैं। रोल्ज़ रॉयस की 3.7 अरब डॉलर और ऑस्ट्रेलिया की पेर्डामैन इंडस्ट्रीज की 3 अरब डॉलर निवेश करने की योजना है।

किन सेक्टर में होगा निवेश
निवेश के लिए एनर्जी और वेस्ट मैनेजमेंट के क्षेत्र में इन कंपनियों ने सबसे ज्यादा रुचि दिखाई है। इसके बाद कंस्ट्रक्शन और ई-कॉमर्स का नंबर है।

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