आरोग्य फाइनेंस : आरोग्य फाइनेंस दिल्ली, मुंबई, पुणे, बेंगलुरू और कोलकाता जैसे शहरों में ऑपरेट करता है। इसने अब तक लगभग दो करोड़ रुपए तक लोन दिया है जिसका औसतन टिकट साइज एक लाख रूपया है। लोन लेने वाले लोगों मे 40 फीसदी लोग मध्यम वर्ग के है तो वही 60 फीसदी लोग लोवर इनकम वर्ग के हैं। इंश्योरेंस कंपनियों और इन लोन स्टार्ट अप में सबसे बड़ा अंतर ये है कि, स्टार्ट अप कंपनियां बीमार व्यक्तियों की उम्र, स्वास्थ्य रिकॉर्ड जैसी बातों को जानने की कोई शर्त नहीं रखती। ये लोन स्टार्टअप बस आपके लोन चुकाने की क्षमता के आधार पर लोन देते हैं।
बैंको से मिलने वाले हेल्थ इंश्योरेंस के साथ एक और बात होती है कि वो कैंसर जैसी कई बड़ी बीमारियों मे मदद नहीं करती हैं। ऐसा भी कई बार होता है कि बीमारी मे खर्च होने वाली रकम लोगों के हेल्थ इंश्योरेंस कवरेज सीमा से अधिक होती है। ऐसे मे बीमार व्यक्ति इन स्टार्टअप इन स्टार्टअप से मदद लेते हैं। यहां पर उनके जरूरत के मुताबिक उन्हे आसानी से लोन मिल जाता है जिसे वो 6 से 48 माह के अंदर रि-पे कर सकते हैं।
कैशकुमार : कैशकुमार भी एक और ऐसा ही मेडिकल स्टार्टा अप लोन हैं। कैशकुमार दूसरे आम इंश्योरेंस कंपनियों से इसलिए अलग है क्योंकि ये कैंसर जैसी बीमारी के लिए लंबी अवधि और छोटी बीमारियों के लिए छोटी अवधि के हिसाब से विश्लेषण करते हैं। कई बार ऐसा होता है कि इमरजेंसी के समय मे लोगो को जो सबसे पहला लोन अॅाफर मिलता है वो उसी को ले लेते है। लेकिन विपरीत परिस्थितियों में भी हम उनके लिए सबसे उचित लोन लेना आवश्यक है और ऐसे में कैशकुमार उनके पास आए हुए लोगों की मदद भी करता है। कैशकुमार का एचडीएफसी बैंक, आईसीआईसीआई बैंक, कोटक महिन्द्रा, ऐक्सिस बैंक जैसे बैंको से हमने टाईअप किया है। कैशकुमार बिना किसी कोलेटरल, सेक्योरिटी या गारंटर के बीना ही 10 हजार से 30 लाख तक का लोन देता है। इसके लिए उसका ब्याज दर 12 से 35 फीसदी का होता है। अगस्त माह तक कैशकुमार के पास लगभग 93,000 लोन एप्लिकेशन आ चुके है।