script

अमरीकी कंपनी पेप्सिको ने गुजरात के आलू किसानों पर दर्ज कराया केस, किसान नेता और समाजसेवियों का प्रदर्शन

locationनई दिल्लीPublished: Apr 25, 2019 02:29:20 pm

Submitted by:

Ashutosh Verma

पेप्सिको ने एक-एक किसान पर 1.09 करोड़ रुपए का केस दर्ज कराया।
किसानों ने इस पूरे मामले में सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की।
किसानों की समूह द्वारा PPV&FRA को दिए गए लेटर में लिखा गया है, “ये सभी छोटे किसान हैं, जिनके पास औसतन 3-4 एकड़ की ही जमीन है।”

Potato Farmers

अमरीकी कंपनी पेप्सिको ने गुजरात के आलू किसानों पर दर्ज कराया केस, किसान नेता और समाजसेवियों का प्रदर्शन

नई दिल्ली। गुजरात के किसात नेता और समाजसेवियों ने अमरीकी फूड कंपनी पेप्सिको ( PepsiCo ) के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। किसान नेताओं और समाजसेवियों द्वारा यह विरोध प्रदर्शन ठीक उसके बाद शुरू किया गया है जब पेप्सिको ने गुजरात के 9 किसानों के खिलाफ केस दर्ज कराया था। कंपनी ने एक-एक किसनों पर 1.09 करोड़ रुपए का केस दर्ज कराया है। पेप्सिको ने इन किसानों के खिलाफ यह केस आलू की एक खास वेराइटी उगाने के लिए किया था जिससे पप्सिको लेज (Lay’s Chips) चिप्स बनाती है।

यह भी पढ़ें – कारोबारियों की बढ़ी मुश्किलें, लगातार दो महीने नहीं भरा GST रिटर्न तो नहीं निकाल पाएंगे E-way Bill

शुक्रवार को कोर्ट में सुनवाई होनी है

कंपनी का कहना है कि उसके पास आलू की इस वेराइटी का प्रॉपर्टी राइट है। अब गुजरात किसानों ने पेप्सिको के खिलाफ विरोध प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। किसानों ने इस पूरे मामले में सरकार से हस्तक्षेप करने की मांग की है।आगामी शुक्रवार को अहमदाबाद कोर्ट में इस केस पर सुनवाई होनी है। इस विरोध के दौरान किसानों ने कहा यदि इसपर कार्रवाई नहीं होती तो आगे भी दूसरी फसलों को लेकर किसानों को ऐसे ही परेशान किया जाएगा। उन्होंने यह भी कहा कि कानूनी रूप से उन्हें इस बात की छूट है कि वे किसी भी वेराइटी की फसलों को उगाएं। उन्हें बीज तक को बेचने का हक है।

यह भी पढ़ें – Reliance Jio ने भारती Airtel को पीछे छोड़, बनी देश की दूसरी सबसे बड़ी टेलिकॉम कंपनी

किसानों ने की PPV&FRA से केस लडऩे की मांग

उन्हें बस इस बात का ख्याल रखना होता है कि वो बीज कहीं ब्रांडेड बीज तो नहीं है, जिसका पहले ही रजिस्ट्रेशन कराया जा चुका है। किसानों ने कहा है कि वे प्रोटेक्शन ऑफ प्लांट वेराइटी एंड फार्मर्स राइट्स अथॉरिटी द्वारा इस केस को उनके पक्ष से लड़ें। उन्होंने यह भी मांग की है कि इस केस को लडऩे के लिए PPV&FRA नेशनल जीन फंड का इस्तेमाल किया जाए। PPV&FRA के रजिस्ट्रार टीके नागरत्ना ने कहा, “अथॅारिटी ने इस केस का संज्ञान लिया है और वो फिलहाल इसके बारे में संबंधित जानकारी एकत्र कर रही है।”

यह भी पढ़ें – 30 अप्रैल से PNB बंद करने जा रहा अपनी खास सेवा, जल्द ही निकाल ले आप भी अपना पैसा

किसानों ने पेप्सिको पर जासूसी लगाया आरोप

किसानों की समूह द्वारा PPV&FRA को दिए गए लेटर में लिखा गया है, “ये सभी छोटे किसान हैं, जिनके पास औसतन 3-4 एकड़ की ही जमीन है।” किसानों ने यह भी आरोप लगाया है कि पेप्सिको ने जासूसी एजेंसी की मदद से संभावित खरीदारों के बारे में पता लगाया है और इसका सीक्रेट वीडियो भी बनवाया है। किसानों के खेतों से बिना किसी जानकारी के सैंपल भी लिया है। इसके बाद ही पेप्सिको ने उनपर केस दर्ज कराया है।

Business जगत से जुड़ी Hindi News के अपडेट लगातार हासिल करने के लिए हमें Facebook पर Like करें, Follow करें Twitter पर और पाएं बाजार, फाइनेंस, इंडस्‍ट्री, अर्थव्‍यवस्‍था, कॉर्पोरेट, म्‍युचुअल फंड के हर अपडेट के लिए Download करें Patrika Hindi News App.

ट्रेंडिंग वीडियो