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कंपनी में रतन टाटा एकमात्र भारतीय निवेशक
रतन टाटा का यह निवेश एेंट फाइनेंशियल के लिए मिलने वाले 672-806 करोड़ रुपए के फंडिंग का हिस्सा होगा। जिसके बाद संभावना है कि कंपनी की कुल वैल्यू 10,080 करोड़ रुपए तक हो जाएगी। वैल्यूएशन के आधार पर देखें तो इसके बाद एेंट फाइनेंशियल सर्विसेज टैक्सी सेवा प्रदाता उबर को पीछे छोड़ देगी। उबर की मौजूदा वैल्यू करीब 4,704 अरब रुपए है। सूत्रों के मुताबिक, इसमें रतना टाटा एकमात्र भारतीय निवेशक हैं। फंडिंग राउंड काफी अोवरसब्सक्राइब हुआ है। इस निवेश के बाद रतन टाटा के वेंचर की एंट फाइनेंशियल सर्विसेज में 0.1 फीसदी की हिस्सेदारी मिलेगी।
एेंट फाइनेंशियल सर्विसेज के लिए बड़ी उपलब्धि
इस कंपनी के दूसरे बिडर्स में सिंगापुर की सरकारी निवेश कंपनी टेमोसेक होल्डिंग्स, अमरीकी प्राइवेट इक्विटी फंड वाॅरबर्ग पिंकस आैर कार्लाइल आैर कनाडा की पेंशन फर्म CPPIB भी शामिल है। इस मामले से जुड़े जानकारों को मानना है इन बड़े बिडर्स द्वारा एंड फाइनेशियल में निवेश करना कंपनी के लिए एक बड़ी उपलब्धि है। खबर ये है की कंपनी अगले साल तक इंनिशियल पब्लिक आॅफरिंग (आर्इपीआे) भी ला सकती है। जब 2016 में कंपनी ने फंडिग राउड शुरू किया था तब कंपनी की वैल्यू 4,032 अरब रुपए गला था।
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कंपनी को रतन टाटा के साख पर भरोसा
एेंट फाइनेंशियल की डिजिटल पेमेंट सर्विस ‘अलीपे’ हर तीन महीने में करीब 162 लाख रुपए की मोबाइल पेमेंट करती है। अलीपे के पास करीब 87 करोड़ ग्राहक हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि इस निवेश से आरएनटी कैपिटल एडवाइजर्स को अधिक स्टेक तो नहीं मिलेगा लेकिन एेंट फाइनेंशियल को रतन टाटा की साख पर भरोसा है। इसके साथ ही कंपनी भारतीय निवेशक को भी अपने साथ जोड़ना चाहती है।