जारी किया जाएगा रोडमैप
आरबीआई ने कहा कि 5 करोड़ से 50 करोड़ तक के एक्सपोजर वाले बॉरोअर्स के लिए निर्धारित समय के अंदर एक अलग रोडमैप जारी किया जाएगा।बैंकों को बड़े बॉरोअर्स को अपनी प्रमुख कंपनी और सभी सब्सिडियरी के लिए एलईआई को अपना लेने के लिए प्रोत्साहित करना चाहिए। स्टेटमेंट ऑन डवलपमेंट एंड रेगुलेटरी पॉलिसीज में आरबीआई ने कहा था कि वह बैंकों को निर्देश देगी कि इसकी जानकारी सेंट्रल रिपॉजिटरी ऑफ इनफॉर्मेशन को दे। 31 मार्च 2018 तक एलईआई को अपना लेना जरूरी है।
क्या होता है कोड
एलईआई एक 20 डिजिट वाला यूनीक कोड है, जिसके जरिए पूरी दुनिया में फाइनेंशियल ट्रान्जेक्शंस करने वाली पार्टीज का पता लगा सकते हैं। एलईआई को ग्लोबल फाइनेंशियल क्राइसिस के बाद बेहतर रिस्क मैनेजमेंट के लिए लाया गया था।
ऐसे मिलता है
कंपनियां ग्लोबल लीगल एंटिटी आइडेंटीफायर फाउंडेशन की ओर से प्रमाणित किसी भी लोकल ऑपरेटिंग यूनिट से एलईआई ले सकती हैं। भारत में एलईआई कोड लीगल एंटिटी आइडेंटीफायर इंडिया लिमिटेड से प्राप्त किया जा सकता है। यह क्लीयरिंग कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया की सब्सिडियरी है, जिसे एलईआई का इश्यूअर बनाया है।