नई दिल्लीPublished: Feb 06, 2019 04:43:36 pm
Saurabh Sharma
स्वीडन की कंपनी एरिक्सन ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआर्इ) के चेयरमैन पर सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया है।
आरकाॅम विवाद गहराया, एरिक्सन ने एसबीआर्इ के चेयरमैन खिलाफ सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की याचिका
नर्इ दिल्ली। दिवालिया होने के कगार पर पहुंची रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) से बकाया वसूलने के लिए दूरसंचार उपकरण बनाने वाली स्वीडन की कंपनी एरिक्सन ने स्टेट बैंक ऑफ इंडिया (एसबीआर्इ) के चेयरमैन पर सुप्रीम कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया है। याचिका में एरिक्सन ने चेयरमैन पर आरोप लगाया है कि उन्होंने रिलायंस से कर्ज वापस दिलवाने के लिए जो भरोसा दिया था, उसे अबतक पूरा नहीं किया है। एरिक्सन ने याचिका में आरकॉम के चेयरमैन अनिल अंबानी की सारी निजी संपत्ति पर भी दावा किया है। मामले की सुनवाई 12 फरवरी को होगी।
क्यों सामने आया एसबीआर्इ का नाम?
एसबीआर्इ आरकॉम की परिसंपत्ति मुद्रीकरण योजना में शामिल प्रमुख बैंक है, जिसने 42 हजार करोड़ रुपए के कर्ज को 18 हजार करोड़ तक लाने के लिए कंपनी के वायरलेस कारोबार बेचने और कुछ जमीन बेचने की योजना तैयार की थी। एसबीआर्इ ने ही सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर गुजारिश की थी कि आरकॉम को उसकी संपत्ति बेचने दी जाए, ताकि देनदार अपना पैसा रिकवर कर पाएं।
1100 करोड़ का है मामला
एरिक्सन ने 2014 में आरकॉम से सात वर्ष तक उसके टेलिकॉम के नेटवर्क के प्रबंधन का करार किया था। इसी बीच बात बिगड़ गई और एरिक्सन ने नेशनल कंपनी विधि अपीलीय न्यायाधिकरण (एनसीएलएटी) का रुख कर आरकॉम पर 1,100 करोड़ रुपए के बकाए का दावा कर दिया। इसपर एसबीआर्इ ने एरिक्सन के दावे का विरोध किया और कहा कि आरकॉम के खिलाफ दिवालिया प्रक्रिया आगे बढ़ी तो 14 सरकारी बैंकों के हजारों करोड़ रुपए डूब सकते हैं।