जांच में हुआ खुलासा
रेग्युलेटर ने जुलाई, 2008 से मार्च, 2009 के दौरान कंपनी के कारोबार की जांच की, जिसमें पाया गया कि कंपनी ने नियमों का ठीक तरह से पालन नहीं किया है। इसके साथ ही जांच में खुलासा हुआ कि प्रमोटर कंपनियों ने कंपनी के फाइजर इंक के साथ लाइसेंसिंग और आपूर्ति करार से जुड़ी अप्रकाशित मूल्य संवेदनशील सूचना या यूपीएसआई के आधार पर अरविंदो फार्मा के शेयरों में कारोबार किया और गैरकानूनी मुनाफा कमाया।
इन लोगों पर लगा जुर्माना
नियामक ने कहा कि एपीएल के चेयरमैन एवं प्रवर्तक रामप्रसाद रेड्डी, उनकी पत्नी सुनीला रानी, एपीएल के प्रबंध निदेशक के भाई और प्रवर्तक कंबम पी रेड्डी, ट्राइडेंट केम्फर (एपीएल के प्रवर्तक समूह के साथ जुड़ी कंपनी), वेरिटाज हेल्थ केयर और टॉप क्लास कैपिटल मार्केट्स को एपीएल के साथ उनके जुड़ाव की वजह से ‘इनसाइडर’ माना गया है।
लगा 5 करोड़ का जुर्माना
आपको बता दें कि पीवी रामप्रसाद रेड्डी पर सेबी ने पांच करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। सुनीला रानी पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगा है। कंबम पी रेड्डी पर 10 लाख का जुर्माना लगा है, ट्राइडेंट केम्फर पर सेबी ने छह करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है, वेरिटाज हेल्थ केयर पर 10 लाख रुपये का और टॉप क्लास कैपिटल मार्केट्स पर सेबी ने 7.5 करोड़ रुपये का जुर्माना लगाया है। अरविंदो फार्मा पर दो करोड़ रुपये का जुर्माना लगा है।
शेयरों में आई गिरावट
सेबी ने इस संबध में शेयर बाजार को जानकारी देते हुए बताया कि कंपनी नियमों उल्लंघन कर रही थी, जिसके कारण यह जुर्माने की चपेट में आई है। जुर्माने की खबर से कंपनी के शेयरों में काफी गिरावट देखी गई है।