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कल एक हो जाएंगी आइडिया-वोडाफोन, Reliance JIO को देंगी कड़ी टक्कर

locationनई दिल्लीPublished: Jun 17, 2018 07:22:36 pm

Submitted by:

Manoj Kumar

ग्राहक संख्या के हिसाब से विलय के बाद नई कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी।

Idea Vodafone merger

कल एक हो जाएंगी आइडिया-वोडाफोन, Reliance JIO को देंगी कड़ी टक्कर

नई दिल्ली। देश में चल रहे टेलीकॉम प्रतिस्पर्धा के बीच खुद को साबित करने के लिए नजदीक हुईं टेलीकॉम कंपनी आइडिया सेलूलर और वोडाफोन इंडिया का मिलन कल हो सकता है। सोमवार को इन दोनों कंपनियों के विलय को दूरसंचार विभाग की मंजूरी मिल सकती है। विलय को बाद संयुक्त कंपनी को नाम वोडाफोन आइडिया लिमिटेड होगा। इस समय ग्राहक संख्या के हिसाब से विलय के बाद नई कंपनी देश की सबसे बड़ी टेलीकॉम कंपनी बन जाएगी। माना जा रहा है कि इस विलय का मुख्य मकसद मुकेश अंबानी के स्वामित्व वाली रिलायंस जियो को टक्कर देना है।
वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के पास होंगे 43 करोड़ ग्राहक

जानकारी के अनुसार विलय के बाद दोनों कंपनियों की संयुक्त आय 23 अरब डॉलर यानी 1.5 लाख करोड़ रुपए से अधिक हो जाएगी। साथ ही नई कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के पास कुल 43 करोड़ मोबाइल उपभोक्ता होंगे। उपभोक्ता के मामले में नई कंपनी 43 करोड़ ग्राहकों के साथ देश की सबसे बड़ी कंपनी बन जाएगी। टेलीकॉम बाजार से जुड़े लोगों का कहना है कि इस विलय से दोनों कंपनियों को इस सेक्टर में चल रहे प्राइस वॉर से निपटने में मदद मिलेगी।
सेलूलर पर होगी कर्ज निपटाने की जिम्मेदारी

खबरों के अनुसार विलय के बाद दोनों कंपनियों का संयुक्त कर्ज करीब 1.15 लाख रुपए हो जाएगा। सूत्रों के अनुसार दूरसंचार विभाग इस विलय को मंजूरी देने से पहले आदित्य बिरला समूह की कंपनी आइडिया सेलूलब से बैंक गारंटी मांग सकता है। इसके अलावा आइडिया को वोडाफोन इंडिया पर भविष्य में निकलने वाली देनदारी की जिम्मेदारी लेने को भी कहा जा सकता है।
एेसी होगी नई कंपनी में हिस्सेदारी

खबरों के अनुसार विलय के बाद बनने वाली नई कंपनी वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के पहले गैर कार्यकारी चेयरमैन कुमार मंगलम बिड़ला होंगे, जबकि मुख्य कार्यपालक अधिकारी बालेश शर्मा को बनाया जा सकता है। नई कंपनी में 45.1 फीसदी हिस्सेदारी वोडाफोन, 26 फीसदी हिस्सेदारी आदित्य बिड़ला समूह और 28.9 फीसदी हिस्सेदारी आइडिया के शेयरधारकों की होगी। आपको बता दें कि मुकेश अंबानी की रिलायंस जियो के टेलीकॉम सेक्टर में आने के बाद इस सेक्टर में प्राइस वॉर छिड़ गया है। जियो की ओर से टैरिफ कम किए जाने के बाद दूसरी कंपनियों पर भी कीमत कम करने का दबाव है।
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