भावनाओं को आहत करती टेक्नॉलिजी चीन की टेक्नॉलिजी का लोहा दुनिया भर में माना जाता है। लेकिन ऐसा कई बार देखा गया है कि टेक्नॉलिजी ने लोगों की भावनाओं को भी आहत किया है। आपको बता दें कि टिकटोक एप पाकिस्तान समेत कुल 150 देशों में चल रहा है। लेकिन जब से इस एप पर भारत के प्रति देश विरोधी भावनाएं और पाकिस्तान के सपोर्ट वाले कंटेट देखे जाने लगे हैं। तो ये सवाल उठता है कि आखिर कैसे ये चाइनीज एप और कंपनियां बेस्ट टेक्नॉलिजी होने का दावा कर सकती हैं। आपको बता दें कि टिकटोक के प्लेटफॉर्म पर आपको कई हेट कंमेट और फर्जी भाषा देखने को मिल जाएंगे।
उदाहरण के तौर पर एक पोस्ट में कुछ ऐसा कंटेट देखने को मिला है। “भारतीय आर्मी, ये तो अभी आगाज है, अब तो पता नहीं अभी कितनी लाशें गिरानी बाकी हैं। तो वहीं एक और पोस्ट में लिखा है, इंडिया वालो आप लोगो का काम है लड़कियों पर पैसा कमाना, पता है तेरी प्यारी प्यारी दो अखियां, उधर कश्मीर में धमाका किसने कराया, नरेंद्र मोदी ने किया।
आरएसएस और तमिलनाडु सरकार चाइनीज एप्स को बैन करने की मांग अभी हाल ही में तमिलनाडु के इनफोर्मेशन टेक्नॉलिजी मंत्री एम मनीकंदन ने संसद में कहा था कि टिकटोक एप को बैन कर देना चाहिए। इसके लिए राज्य सरकार को केंद्र सरकार की मदद चाहिए। इसके अलावा एआईएडीएमके नेता और नागापट्टीनम के के एमएलए थमीमुम अंसारी ने भी इस एप को बैन करने की मांग की है। इनका कहना है कि ये एप भारतीय संस्कृति को बरबाद कर रहा है।
वहीं आरएसएस के स्वेदशी जागरण मंच पुलवामा की घटना का जिक्र करते हुए प्रधानमंत्री को चिट्टी लिखकर टिकटोक, हेलो, क्वाय, बिगो लाइव जैसे चाइनीज एप को बैन करने की मांग की है। चिट्ठी में लिखा गया है कि देश की सुरक्षा के मद्देनजर ऐसी कंपनियों को बैन कर देना चाहिए देश विरोधी कंटेट का प्रसार कर रही है। ताकि आगे किसी तरह की कोई दिक्कत का सामना करना न पड़े।