कारोबार

इस तरह काले धन को सफेद करके करोड़ो रूपये कमाती हैं शेल कंपनियां

अब तक करीब 2 लाख शेल कंपनियों को बंद किया जा चुका है। आने वाले समय में हजारों ऐसी कंपनियों की बंद करने की तैयारी हो रही है।

नई दिल्लीAug 17, 2017 / 09:21 am

manish ranjan

नई दिल्ली। मोदी सरकार की ओर से कालेधन पर अंकुश लगाने के लिए शेल कंपनियों को बंद किया जा रहा है। अब तक करीब 2 लाख शेल कंपनियों को बंद किया जा चुका है। आने वाले समय में हजारों ऐसी कंपनियों की बंद करने की तैयारी हो रही है। ऐसे में आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि शेेल कंपनियां होती क्या हैं और कैसे ये कालेधन को सफेद करने का काम करती हैं तो आपको बता दें कि शेल कंपनियों का रजिस्ट्रेशन सामान्य कंपनियों की तरह ही होता है, लेकिन ये सिर्फ कागजों पर ही कमाई करती हैं।

 

पहला मामला

कोई शख्स एक्स 50 लाख रुपए की काली कमाई को वैध बनाना चाहता है। ब्रोकर के जरिए ऐसी कंपनी के 50,000 शेयरों को 10 रुपए के भाव पर खरीदता है। 10 महीने या सालभर के दौरान धीरे-धीरे शेयर का भाव चढ़ाया जाता है और 100 रुपए तक लाया जाता है। फिर शेयर बेचता है, जिससे उसने शेयर खरीदे थे। इस तरह एक्स पहले 5 लाख रुपए का चेक देता है, 50 लाख रुपये का चेक पाता है और नकदी लौटा देता है।

 

दूसरा मामला

कृत्रिम रूप से 100 रुपए तक ले जाया गया शेयर प्राइस एक अलग तरह के शख्स (इसे हम वाई कह रहे हैं) को इधर लाता है। वाई अपनी छिपी इनकम को वैध करना चाहता है। वह टैक्स पेमेंट घटाने के लिए कुछ लॉस बुक करने की खातिर कैश लेने को तैयार है। वह 50,000 शेयर खरीदने के लिए 50 लाख रुपए का चेक देता है और शेयर प्राइस गिरने का इंतजार करता है। फिर वह लॉस बुक करने के लिए शेयर बेच देता है।

 

कैसे पता चला

बड़ी एजेंसी के जांच में पता चला कि शेल कंपनियां शेयर बाजार का इस्तेमाल कर कालेधन को सफेद की हैं।

 

इस तरह होता है काले से सफेद का खेल

मान लीजिए कि वह 10 रुपए के भाव पर शेयर बेचता है और 5 लाख रुपये का चेक पाता है। इस तरह 45 लाख का लॉस उठाता है। फिर वह कैश (सर्विस फी घटाकर) खरीदार (जिसने वाई को शेयर बेचे थे) से लेता है। एक्स कम भाव पर खरीदता है, ऊंचे पर बेचता है और अघोषित नकदी को वैध करता है। वाई ऊंचे पर खरीदता है, कम भाव पर बेचता है, नकदी लेता है और टैक्स बचाने के लिए लॉस बुक करता है।

Home / Business / इस तरह काले धन को सफेद करके करोड़ो रूपये कमाती हैं शेल कंपनियां

Copyright © 2024 Patrika Group. All Rights Reserved.