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कतर बैंक का है पूरा मामला
इस बार मामला कतर नेशनल बैंक का है। विजय माल्या की कंपनी गिज्मो इन्वेस्ट एसए को बैंक की एक यूनिट अंसबाचर एंड कंपनी से लोन की सुविधा मिली थी। जिसके तहत उसी लोन से 140 करोड़ रुपए निकालकर विजय माल्या ने फ्रांस स्थित ‘ल गॉ जादां’ नाम की हवेली खरीदी थी। बैंक ने लंदन हाईकोर्ट को दी जानकारी के अनुसार माल्या की कंपनी गिज्मो यह लोन नहीं चुका पाया। अब बैंक ने कोर्ट से मांग की है कि लोन सिक्योरिटी के रूप में विजय माल्या ने 50 मीटर का सुपरयाट बेचकर उनकर रुपया चुकाए। मौजूदा समय यह यॉट साउथ इंग्लैंड में जब्त कर रखा गया है।
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72 करोड़ कम हुई हवेली की कीमत
लंदन हाईकोर्ट में बैंकों का पक्ष रख रहे एडवोकेट गिडन शिराजी ने कोर्ट को दिए डॉक्युमेंट्स के अनुसार सितंबर 2015 तक जब लोन बकाया था तब तक माल्या पर ब्रिटिश मल्टीनेशनल कंपनी डायाजियो पीएलसी ने 10 करोड़ डॉलर करीब 650 करोड़ रुपए जबकि भारतीय बैंकों ने करीब 9 हजार करोड़ रुपए का मुकदमा कर रखा था। उस वक्त फ्रेंच आइलैंड इल सैंत माग्र्युरिट में 1.3 हेक्टेयर की प्रॉपर्टी काफी बुरी कंडीशन में थी। वकील के अनुसार उस घर को अब ठीक किया जा रहा है। बैंक की ओर से जब इस प्रॉपर्टी की जांच कराई तो 1.11 करोड़ डॉलर करीब 72 करोड़ रुपए कीमत कम हो चुकी थी। आपको बता दें कि क्रू मेंबर्स को सैलरी ना दे पाने की वजह से याट को जनवरी 2018 में इंश्योरेंस कंपनी स्कल्ड ने जब्त किया था। अब हवेली को भी बिक्री के लिए रखा गया हैं।