कई दावेदार आए सामने
शेयरों को बेचने के बाद माल्या के कई दावेदार सामने आए है और उनकी ओर से कई याचिकाएं दायर की गई हैं, जिसके कारण इस मामले को निपटने में अभी समय लग सकता है। इसके साथ ही अभी तक ये भी साफ नहीं हुआ है कि शेयरों की बिक्री से आई रकम का क्या किया जाएगा। इसको लेकर भी अभी विचार चल रहा है।
अधिकारी ने दी जानकारी
एक अधिकारी ने जानकारी देते हुए बताया कि ‘ऐसी हालत में शेयर बिक्री से हासिल पैसा कंपनीज एक्ट के विभिन्न प्रावधानों के तहत बांटा जाएगा, न कि रिकवरी ऑफ मनी अंडर द रिकवरी ऑफ डेट्स ड्यू टू बैंक्स एंड फाइनेंशियल इंस्टीट्यूशन एक्ट के तहत।’ इसके सात ही अधिकारी ने कहा कि ऐसे हालातों को देखते हुए पहले सर्विस टैक्स और इनकम टैक्स जैसी सराकारी रकम का भुगतान किया जाएगा। उसके बाद सिक्योर्ड क्रेडिटर्स को पैसा दिया जाएगा। दूसरे अनसिक्योर्ड लेंडर्स की तरह उसके बाद बैंकों को पैसा मिलेगा।’
केंद्र सरकार के हाथ में हैं अधिकार
PMLA एक्ट के नियमों के अनुसार आपको बता दें कि जब भी किसी संपत्ति को जब्त किया जाता है तो उसके बाद ऐसी प्रॉपर्टी पर सभी अधिकार और टाइटल केंद्र सरकार के पास चले जाते हैं और उनके बारे में केंद्र सरकार के द्वारा ही निर्णय लिया जाता है। वहीं, एक सीनियर बैंक अधिकारी ने बताया कि ‘लीगल एक्सपर्ट्स ने हमें बताया है कि ईडी के पास प्रॉपर्टी जब्त करने का अधिकार है, लेकिन वह ऐसी प्रॉपर्टी जब्त नहीं कर सकता है, जिस पर किसी और का अधिकार पहले हो।’