बच्चों ने पूछा कई रोचक सवाल
यहां बड़े-बड़े आर्थिक लेन-देन संबंधी काम को संभालते हुए बच्चों का हौंसला काफी बुलंंद हो गया था। इस समूह के ही एक बच्चे ने सीधे यूनीसेफ की भारतीय उप-प्रतिनिधि हेनरीएट ऐरेन से पूछ लिया कि आप हमारे लिए क्या कर सकती हैं। हेनरीएट संध्या के सवाल से हैरान थीं। इन बच्चों ने कई प्रतिष्ठित कारोबारियों की मौजूदगी में एक रोचक पैनल डिस्कशन भी किया। बच्चों ने अपने अधिकारों और विकास के मुद्दों पर खुलकर अपनी बात रखी। एनएसई की क्लोजिंग बेल बजाने का मौका 17 साल के माली प्रसाद को मिला। प्रसाद राज्य स्तर के मैराथन दौड़ चैंपियन हैं। प्रसाद बच्चों के अधिकारों, भविष्य और शिक्षा के बारे में खुलकर बात करते हैं। बीएमसी के सरकारी स्कूलों का रिजल्ट शत-प्रतिशत है। मुंबई के जी साउथवॉल के एक स्कूल की टीचर नेहा बंबूलकर कहती है कि इन स्कूलों में शिक्षा का स्तर इतना अच्छा है कि उन्होंने भी अपनी छोटी बेटी को स्कूल में एडमिशन करवा लिया।
प्रतिभा निखारने पर देना होगा जोर
महाराष्ट्र के अहमद नगर के सरकारी स्कूल आश्रम शाला के प्रमुख संतोष कहते है कि गांवों के बच्चों की प्रतिभा को निखारने पर ज्यादा जोर दिए जाने की जरूरत है। हेनरीएट ने इस मौके पर कहा कि हिस्सेदारी का अधिकार ही बच्चों का सबसे महत्वपूर्ण अधिकार है। हमारा मानना है कि बच्चे ना सिर्फ भविष्य हैं बल्कि उस बदलाव का हिस्सा है, जो हम इस दुनिया में लाना चाहते हैं।