पुलिस को करीबी पर शंका
इंदौरPublished: Apr 17, 2016 01:39:00 am
विनायक अपहरण मामला, दिनभर चलता रहा पूछताछ का सिलसिला
इंदौर. स्कीम 134 से मासूम विनायक के अपहरण मामले में पुलिस को किसी नजदीकी के शामिल होने की शंका है। हालांकि पुलिस अभी अपहर्ताओं तक नहीं पहुंच पाई है, लेकिन जल्द ही उनकी गिरफ्तारी का दावा जरूर कर रही है। मामले में लगातार कई लोगों से पूछताछ की जा रही है। अफसरों के मुताबिक, मामले में पांच लोग शामिल हो सकते हैं।
विनायक गुर्जर (7) को गुरुवार रात स्कीम 134 स्थित घर के पास से बाइक सवार दो बदमाशों ने अगवा किया था। 14 घंटे बाद वे खुद ही विनायक को घर के पास छोड़कर चले गए। इस बाद पुलिस अपहर्ताओं की तलाश तेज कर दी है। अगवा करने के समय रात होने से विनायक को पूरा रास्ता याद नहीं है। वह पुलिस को बायपास के पास स्थित अपने स्कूल का रास्ता ही बता पाया। अब पुलिस इसके आगे के संभावित रास्तों को लेकर जानकारी जुटा रही है।
5 किलोमीटर का दायरा
विनायक को एक कमरे में बंधक रखने व वापस छोड़ देने के मामले में पुलिस की जांच घर के आसपास ही आकर रुक गई है। पुलिस के मुताबिक घर से 5 किलो मीटर के दायरे में सब कुछ हुआ है। पुलिस इलाके के मोबाइल टॉवर की जानकारी भी खंगाल रही है।
नजदीकी के बिंदु पर जांच
पुलिस का मानना है कि अपहरण में किसी नजदीकी की भूमिका भी हो सकती है। हालांकि विनायक के परिवार की किसी से रंजिश या विवाद की बात सामने नहीं आई है, लेकिन यह साफ है कि विनायक व परिवार के बारे में अपहर्ता काफी जानकारी रखते थे। अपहरण का उ²ेश्य भी फिरौती वसूलना था। पुलिस को शंका है कि कोई घटना के बाद भी परिवार की गतिविधियों पर नजर रखे हुए था।
रिश्तेदार व अन्य से पूछताछ
पुलिस ने विनायक के घर के पास पानी-पुरी का ठेला लगाने वाले लखन निवासी क्षिप्रा से पूछताछ की। पता चला कि वह 2-3 दिन से ही यहां ठेला लगा रहा था। इसके पहले मालवीय नगर में ठेला लगाता था। मालवीय नगर में विनायक के पिता कैलाश का एक मकान भी है। इसमें कुछ छात्र किराए से रहते है। इनसे भी पूछताछ की गई। मालवीय नगर में ही कैलाश का भतीजा कुणाल भी रहता है। कुणाल ने ही सिंगापुर सिटी के पास विनायक को देखने का दावा किया था। पुलिस ने कुणाल से भी पूछताछ की है। पुलिस इस बात की जांच कर रही है कि सिंगापुर सिटी तरफ विनायक को लेकर युवक गए भी थे या नहीं। डीआईजी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि अपहरण में 5 लोग शामिल हो सकते हैं। बच्चे ने तीन लोगों के बारे में तो जानकारी दी है। जल्द ही अपहर्ताओं को पकड़ लिया जाएगा।
गोद दिया था विनायक को
जब विनायक 4 साल का था, तो उसे परिवार ने भतीजे कुणाल को गोद दिया था। पिता कैलाश के अनुसार कुणाल को कोई बच्चा नहीं था। एक साल बाद ही उसके यहां बेटा हो गया, तो परिवार ने विनायक को वापस ले लिया।
लड्डुओं से तौला
विनायक के सुरक्षित लौटने से खुश परिवार ने शनिवार को उसे खजराना गणेश मंदिर ले जाकर 22 किलो लड्डूओं से तौला। पिता कैलाश ने बताया कि लौटने के बाद शुक्रवार को विनायक थोड़ा घबराया हुआ था, लेकिन अब वो पूरी तरह ठीक है। शुक्रवार को उसके स्कूल की प्राचार्य व टीचर भी उससे मिलने आईं थीं। शनिवार को विनायक स्कूल नहीं गया, लेकिन सोमवार से स्कूल जाना शुरू कर देगा।