2019 की तुलना में दोगुना
ब्रिटेन के डिजिटल प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी रिसर्च ग्रुप टॉप10वीपीएन ने इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत को 2020 में इंटरनेट बंद होने से 2019 की तुलना में दोगुना ज्यादा नुकसान हुआ। शोधकर्ताओं ने इसमें सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी का सहारा लिया। इस वजह से इस स्टडी में चीन और उत्तर कोरिया जैसे देशों को शामिल नहीं किया गया। वहीं स्टडी के मुताबिक, भारत उन 21 देशों में टॉप पर रहा, जिन्होंने इंटरनेट पर पाबंदी लगाई। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत ने 2019 में इंटरनेट पर जो पाबंदियां लगाई थी, वह 2020 में भी जारी रही।
ब्रिटेन के डिजिटल प्राइवेसी एंड सिक्योरिटी रिसर्च ग्रुप टॉप10वीपीएन ने इस संबंध में एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट के अनुसार, भारत को 2020 में इंटरनेट बंद होने से 2019 की तुलना में दोगुना ज्यादा नुकसान हुआ। शोधकर्ताओं ने इसमें सार्वजनिक रूप से उपलब्ध जानकारी का सहारा लिया। इस वजह से इस स्टडी में चीन और उत्तर कोरिया जैसे देशों को शामिल नहीं किया गया। वहीं स्टडी के मुताबिक, भारत उन 21 देशों में टॉप पर रहा, जिन्होंने इंटरनेट पर पाबंदी लगाई। एक रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत ने 2019 में इंटरनेट पर जो पाबंदियां लगाई थी, वह 2020 में भी जारी रही।
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सल 2020 में भारत में कई जगहों पर कई बार इंटरनेट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई। इंटरनेट पर पाबंदी कई वजहों से लगाई गई। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 8927 घंटे तक इंटरनेट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई जो दुनिया में सबसे अधिक है। इंटरनेट शटडाउन की कई वजहें रहीं, लेकिन इससे नुकसान काफी हुआ है।
सल 2020 में भारत में कई जगहों पर कई बार इंटरनेट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई। इंटरनेट पर पाबंदी कई वजहों से लगाई गई। रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 8927 घंटे तक इंटरनेट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई गई जो दुनिया में सबसे अधिक है। इंटरनेट शटडाउन की कई वजहें रहीं, लेकिन इससे नुकसान काफी हुआ है।
यह भी पढ़ें-अब फोन में SMS भी कर सकेंगे शेड्यूल, जानिए Google के इस नए फीचर के बारे में बता दें कि इंटरनेट शटडाउन की ज्यादा वजह से इस बार कश्मीर में इंटरनेट शटडाउन भी रहा है। सरकार ने कश्मीर में लगभग 7 महीने तक इंटरनेट के इस्तेमाल पर पाबंदी लगाई थी। आर्टिकल 370 हटाने के बाद कश्मीर में फिर से इंटरनेट चालू किया गया। इंटरनेट बंद होने के मामले में भात के बाद बेलारूस, यमन, म्यांमार और अजरबेजान जैसे देष रहे।