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वायरल: क्या वाकई 2000 रुपये के नोट में है नैनो जीपीएस चिप, देखिए वीडियो

Published: Dec 17, 2016 06:25:00 pm

Submitted by:

Kamlesh Sharma

सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति 2000 रुपये के नोट को ब्लेड से काटकर उसमें छिपी हुई ट्रांसपैरेंट नैनो चिप निकालकर दिखाता है।

2000 new note

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सोशल मीडिया पर पिछले कुछ दिनों से एक वीडियो जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति 2000 रुपये के नोट को ब्लेड से काटकर उसमें छिपी हुई ट्रांसपैरेंट नैनो चिप निकालकर दिखाता है।
कुल 4 मिनट 10 सेकेंड का यह वीडियो यूट्यूब के डेली ट्रेंड्स नामक पेज द्वारा शेयर किया गया है। इस वीडियो में दिखाया गया है कि एक व्यक्ति 2000 रुपये के नोट में गांधी जी के चित्र के पीछे बने मंगलयान के बीच वाले हिस्से को दिखाता है।
इसके बाद वो ब्लेड से मंगलयान के बीच वाले हिस्से को तीन तरफ से महीन तरह से काटता है ताकि नोट के पिछले हिस्से की लेयर अगले हिस्से से अलग हो जाए। इस दौरान केवल मंगलयान के बीच वाले हिस्से की सतह को ही हटाया जाता है।
सतह उठाने के बाद गांधी जी के गाल के पीछ वाले हिस्से में मंगलयान के नीचे कुछ चमकता हुआ सा दिखाई देता है और वीडियो बनाने वाला इसे महीन पिन और फिर ब्लेड से बाहर निकालकर अपनी अंगुली पर रखकर इसे दिखाता है। दावा किया जा रहा है कि यह ट्रांसपैरेंट नैनो जीपीएस चिप है जो 2000 रुपये के नोट के अंदर आरबीआई द्वारा लगाई गई है ताकि वो इन नोटों को रखने वाले व्यक्तियों तक पहुंच सके। 
इतना ही नहीं यूट्यूब पर 2000 रुपये के नोट में चिप लगी हुई है यह साबित करते हुए कई वीडियो पड़े हुए हैं और अधिकांश में अलग-अलग वीडियो मेकर ने नोट के अलग-अलग हिस्से से चिप को निकाला है। यानी नोट में नैनो जीपीएस चिप लगी होने के दावे को सच साबित करने के लिए फर्जी तरीकों से इसमें चिप दिखाई गई है।
एक वीडियो मेकर ने तो स्पेसिमेन कॉपी जिसमें नोट का नंबर 000000 लिखा था, उसका कलर्ड प्रिंटआउट निकालकर उससे ही जीपीएस चिप निकालकर दिखा दी। हालांकि आपको बता दें कि आरबीआई द्वारा पहले ही यह साफ किया जा चुका है उसके करेंसी नोटों में किसी तरह की जीपीएस चिप नहीं लगी है।
(नोटः राजस्थान पत्रिका किसी भी प्रकार से न तो इस वीडियो की प्रमाणिकता का दावा करता है और ना ही इसे सच या झूठ साबित करता है। राजस्थान पत्रिका का मकसद है कि इसके पाठकों तक भी सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा वीडियो पहुंचे।)

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