वादा यानी वह वचन जिसे आपको प्यार के साथ निभाना होता है। यह कोई शर्त नहीं होती, बस प्यार के बंधन के लिए एक समर्पण होता है जो खुशी के साथ निभाया जाता है।
प्रॉमिस डे (11 फरवरी)
वादा यानी वह वचन जिसे आपको प्यार के साथ निभाना होता है। यह कोई शर्त नहीं होती, बस प्यार के बंधन के लिए एक समर्पण होता है जो खुशी के साथ निभाया जाता है।
इस दिन प्रेमी या दंपत्ति एक दूसरे की खुशी के लिए कुछ वादे करते हैं। याद रखिए, वादे करना जितना आसान होता है, उन्हें निभाना भी उतना ही आसान होता है। बशर्ते आपका प्रेम सच्चा हो। यह सिर्फ आकर्षण या छलावा न हो।
सच्चा प्रेम शर्तें नहीं लादता। यह त्याग, समर्पण और भरोसा चाहता है और प्रॉमिस डे इन्हीं बातों के लिए है। इस दिन किया गया वादा आपको ताउम्र निभाना होता है। यह ऐसा होना चाहिए जिसमें दोनों की खुशी छिपी हो।
प्रेम का दूसरा नाम ही खुशी है और यह तभी दिलो-दिमाग पर अपना असर दिखाती है जब आप इसे खुद तक सीमित न रखें। इस दिन किया गया वादा न केवल प्रॉमिस डे को यादगार बनाता है, बल्कि उस वादे के साथ एक खास रिश्ता भी बन जाता है जो हमेशा आपको उससे जोड़े रखता है।
प्रॉमिस से रिश्तों की मिठास बनी रहती है। वादा वही जो प्यार से निभाया जाए और जो प्यार को बरकरार भी रखे। अगर आप अपने वादों पर कायम रहते हैं तो प्यार का असर हमेशा कायम रहेगा।
वादे करते वक्त इस बात का खास ध्यान रखें कि वे वास्तविकता से जुड़े हों। भले ही आप चांद-सितारे न तोड़कर ला सकें लेकिन यह वादा तो निभा सकते हैं कि प्यार के रिश्ते को नहीं तोड़ेंगे।