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Early Periods: कम उम्र में पीरियड्स आना,क्या घरेलू केमिकल्स हैं जिम्मेदार?

Early Periods: आजकल लड़कियों के पीरियड्स की शुरुआत की उम्र में तेजी से बदलाव देखा जा रहा है । इस बदलाव का एक प्रमुख कारण घरेलू उत्पादों में मौजूद केमिकल्स को माना जा रहा है । इसके उपायों पर हम यहां विस्तार से चर्चा करेंगे ।

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जयपुर

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MEGHA ROY

Sep 15, 2024

Periods : Because adulting isn't easy

Periods : Because adulting isn't easy

Early Periods: आजकल खाने में जहां सबकुछ बदल रहा है, वहीं लड़कियों के पीरियड्स की शुरुआत की उम्र में भी तेजी से बदलाव देखा जा रहा है। पहले जहां यह सामान्यतः 12-14 साल की उम्र में शुरू होती थी, वहीं अब यह उम्र घटकर 9-10 साल के आसपास पहुंच गई है। यह बदलाव चिंता का विषय है और इसके पीछे की वजहें काफी चौंकाने वाली हो सकती हैं। इसका एक बड़ा कारण घरेलू प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल्स को प्रमुख माना जा रहा है। इसलिए, हम घरेलू उत्पादों में इस्तेमाल होने वाले केमिकल्स के प्रभाव, इसके अन्य कारण, और माता-पिता द्वारा उठाए जा सकने वाले उपायों पर विस्तार से चर्चा करेंगे ।

घरेलू उत्पादों में मौजूद केमिकल्स (Chemicals present in household products)

हाल के वर्षों में हुए शोधों ने यह साबित किया है कि घरेलू प्रोडक्ट्स में मौजूद केमिकल्स भी जल्दी पीरियड्स की शुरुआत में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा हैं।

बिस्फेनोल-A (BPA): BPA एक प्रकार का रसायन है जो प्लास्टिक उत्पादों, जैसे कि बोतलों और कंटेनरों में पाया जाता है। यह हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है, क्योंकि यह शरीर में एस्ट्रोजन को काम करता है। इससे लड़कियों में हार्मोनल परिवर्तनों की शुरुआत जल्दी हो सकती है।

फथलेट्स (Phthalates): फथलेट्स प्लास्टिक की लचीलेपन को बढ़ाने के लिए उपयोग किए जाते हैं और यह अक्सर घरेलू उत्पादों जैसे कि साबुन, शैंपू और इत्र में मौजूद होते हैं। ये रसायन भी हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकते हैं, जो जल्दी पीरियड्स की शुरुआत को प्रभावित कर सकता है।

परबेंस (Parabens): परबेंस एक प्रकार के संरक्षक होते हैं जो व्यक्तिगत देखभाल के उत्पादों में उपयोग किए जाते हैं। ये भी हार्मोनल सिस्टम को प्रभावित कर सकते हैं और जल्दी पीरियड्स का कारण बन सकते हैं।

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जल्दी पीरियड्स की अन्य वजहें (Other reasons for early periods)

आहार और पोषण: आजकल के आहार में अधिक कैलोरी, प्रोसेस्ड खाद्य पदार्थ और शर्करा की उच्च मात्रा शामिल होती है। यह पोषण संबंधी असंतुलन शरीर के हार्मोनल संतुलन को प्रभावित कर सकता है, जिससे पीरियड्स जल्दी शुरू हो सकते हैं।

वजन और मोटापा: अधिक वजन या मोटापा हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकता है। अधिक वजन का होना हार्मोन के स्तर को प्रभावित करता है, जिससे जल्दी पीरियड्स की शुरुआत होती है।

जीवनशैली और तनाव: उच्च स्तर का तनाव और जीवनशैली से जुड़ी समस्याएं, जैसे कि शारीरिक गतिविधि की कमी, हार्मोनल असंतुलन का कारण बन सकती हैं। तनाव और चिंता पीरियड्स के समय को प्रभावित कर सकते हैं।

मेडिकल कंडीशन: कुछ मेडिकल कंडीशन,जैसे कि पॉलीसिस्टिक ओवेरियन सिंड्रोम (PCOS) या थायरॉइड समस्याएं, भी हार्मोनल असंतुलन और जल्दी पीरियड्स की शुरुआत का कारण बन सकती हैं।

Early Periods : क्या नुस्खें अपना सकते हैं माता-पिता?

सतर्कता और जानकारी: माता-पिता को घरेलू उत्पादों में उपयोग किए जाने वाले रसायनों के बारे में जानकारी प्राप्त करनी चाहिए। प्रोडक्ट्स की लेबलिंग पढ़ें और ऐसे प्रोडक्ट्स को चुनें जिनमें हार्मोनल असंतुलन पैदा करने वाले रसायन कम हों।

स्वस्थ आहार: बच्चों के आहार में पोषणयुक्त खाद्य पदार्थ शामिल करें। फलों, सब्जियों, और संपूर्ण अनाजों का सेवन बढ़ाएं और प्रोसेस्ड और शर्करायुक्त (Sugary) खाद्य पदार्थों की मात्रा कम करें।

शारीरिक गतिविधि: बच्चों को नियमित शारीरिक गतिविधियों और खेलकूद में शामिल करें। इससे तनाव कम होता है और शरीर का हार्मोनल संतुलन बेहतर रहता है।

मानसिक स्वास्थ्य: बच्चों के मानसिक स्वास्थ्य पर ध्यान दें। तनाव और चिंता को कम करने के लिए सकारात्मक वातावरण और उचित मानसिक सहायता प्रदान करें।

डॉक्टर की सलाह: अगर माता-पिता को लगता है कि उनकी बेटी में जल्दी पीरियड्स की समस्या है, तो तुरंत एक डॉक्टर से सलाह लें। डॉक्टर स्थिति की सही पहचान कर सकते हैं और आवश्यक चिकित्सा सलाह प्रदान कर सकते हैं।