scriptउनके अहसास को दें प्यार और सम्मान | Husband understand his wife's feelings | Patrika News

उनके अहसास को दें प्यार और सम्मान

Published: Jan 16, 2015 12:12:00 pm

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कहते हैं पति-पत्नी का रिश्ता म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग पर टिका होता है, पर अक्सर देखने को …

कहते हैं पति-पत्नी का रिश्ता म्युचुअल अंडरस्टैंडिंग पर टिका होता है, पर अक्सर देखने को मिलता है कि पत्नी बिना किसी अपेक्षा के रिश्ते की हर जरूरत को पूरी करती चली जाती है। साथ ही दिल के किसी कोने में उनकी भी यही अपेक्षा होती है कि उनका हमसफर भी बिना कहे उनके लिए कुछ खास करे।

पत्नी भले ही पति से कुछ ना बोले, पर उनकी दिली ख्वाहिश होती है कि आप उन्हें वो “स्पेशल फीलिंग्स” जरूर दें जिनकी उन्हें और पति-पत्नी के रिश्ते को दरकार होती है।

जिस तरह पत्नी, पति की बात बिना कहे समझ जाती है, पति को भी चाहिए कि बिना पत्नी के कहे उसके मन की बात जाने

चाहिए आपका वक्त
चाहे वाइफ वर्किग हो या हाउस वाइफ, उसे अपने हसबैंड का पूरा टाइम चाहिए होता है। और हो भी क्यों ना, जब तक आप दोनों एक-दूसरे के साथ क्वालिटी टाइम स्पेंड नहीं करेंगे तब तक आप एक-दूसरे को अच्छी तरह समझ नहीं पाएंगे।

रिश्ते को मजबूती देने के लिए वक्त की कमी का बहाना ना बनाएं। एक बात जान लीजिए उनसे ज्यादा महत्वपूर्ण आपकी जिंदगी में कोई नहीं हो सकता।

प्यार का वो अहसास
काम के चलते आजकल पति एक तरह से रोबोट हो गए हैं, जिन्हें हर जगह सिर्फ और सिर्फ काम ही दिखाई देता है। ऎसे में वो इतना वक्त भी नहीं निकाल पाते हैं कि जीवनसाथी के साथ कुछ पल बैठकर प्यार के उस अहसास को फिर से महसूस कर सकें जो शादी की शुरूआत में हुआ करता था।

महिलाएं हमेशा चाहती हैं कि उनके पति बिना कहे उन्हें प्यार करें। प्यार का अहसास उनको आपके और करीब भी लाएगा। इसलिए प्यार को जरूर जताएं।

पूरा सम्मान दें
रिश्ते में जब तक सम्मान की भावना ना हो, तब तक रिश्ते का कोई औचित्य नहीं होता है। अगर आप चाहते हैं कि आपकी पत्नी आपको पूरा सम्मान दे, आपकी हर बात को तवज्जो दे तो आपको भी चाहिए कि आप उन्हें दिल से सम्मान दें।

पत्नी कभी अपने मुंह से यह नहीं कहती है कि आप उसे सम्मान दें, पर उसकी यह ख्वाहिश होती है कि एक हमसफर के रूप में, एक इंसान के तौर पर आपकी जिंदगी में उसकी जगह ससम्मान बनी रहे।

दें पूरी आजादी
संविधान में हर इंसान की आजादी की बात कही गई है लेकिन फिर भी ऎसे बहुत से पति हैं जो अपनी पत्नी को किसी नौकरानी से कम नहीं समझते। ये बेहद ही संकरी सोच है। पत्नी का भी अपना अलग अस्तित्व है तो जाहिर सी बात है, उनकी अपनी स्वतंत्रता भी महत्वपूर्ण है। उन्हें भी एक इंसान समझकर पूरी तरह जीने की आजादी दें।

चाहिए आपकी दोस्ती
दोस्ती किसी भी रिश्ते का वो मोड़ है जिसके बाद वह रिश्ता और उस रिश्ते की डोर से बंधी जिंदगियां आसान हो जाती हैं। यही बात शादीशुदा जिंदगी पर निर्भर करती है। पति-पत्नी के रिश्ते में अगर दोस्ती की मिश्री घुल जाए तो रिश्ता और भी हसीं हो जाता है।

हर पत्नी के मन में यह ख्वाहिश होती है कि उसका हमसफर ताउम्र उसका सबसे अच्छा दोस्त बना रहे।
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