इस अवधि में 74 व्यक्तियों को सफल उपचार के उपरान्त डिस्चार्ज किया गया। वर्तमान में प्रदेश में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या 256 है। जनपद अलीगढ़, अमेठी, बागपत, बांदा, बस्ती, बिजनौर, चित्रकूट, देवरिया, एटा, फर्रुखाबाद, गोण्डा, हमीरपुर, हरदोई, जौनपुर, कानपुर देहात, ललितपुर, महोबा, मऊ, मुजफ्फरनगर, पीलीभीत, रामपुर, संतकबीरनगर तथा सीतापुर में वर्तमान में कोविड का एक भी मरीज नहीं है। पिछले 24 घण्टे में प्रदेश में 1,73,419 कोरोना टेस्ट किए गए। अब तक राज्य में 7 करोड़ 23 लाख 18 हजार 979 कोविड टेस्ट सम्पन्न हो चुके हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश सरकार लक्षित आयु वर्ग के सभी नागरिकों को कोरोना टीकाकरण का सुरक्षा कवच निःशुल्क उपलब्ध करा रही है। प्रदेश में टीकाकरण कार्य तेजी से किया जा रहा है। उन्होंने कोविड वैक्सीनेशन कार्य को पूरी सक्रियता से संचालित करने के निर्देश दिए। बैठक में अवगत कराया गया कि प्रदेश में अब तक 7 करोड़ 15 लाख 49 हजार से अधिक वैक्सीन डोज लगाई जा चुकी हैं। कहा कि जनपद फिरोजाबाद में बच्चों के साथ-साथ प्रौढ़ लोग भी बीमार हुए हैं। सभी के बेहतर उपचार की व्यवस्था की जा रही है। आवश्यकतानुसार इन्हें मेडिकल कॉलेज में शिफ्ट किया जाए। उन्होंने कहा कि फिरोजाबाद में स्वास्थ्य विभाग की विशेष टीम कैम्प करे। यह भी सुनिश्चित किया जाए कि वहां पर्याप्त संख्या में डॉक्टर व पैरामेडिकल स्टाफ की तैनाती हो।
मुख्यमंत्री ने निर्देशित किया कि जिलाधिकारीगण निर्माणाधीन ऑक्सीजन प्लाण्ट के कार्याें की नियमित मॉनिटरिंग करें। ऑक्सीजन संयंत्रों के सुचारु संचालन के लिए कार्मिकों का प्रशिक्षण शीघ्र पूर्ण किया जाए। बैठक में मुख्यमंत्री को अवगत कराया गया कि अब तक 357 ऑक्सीजन प्लाण्ट क्रियाशील हो चुके हैं। कहा कि 1 सितम्बर से कक्षा 1 से 5 तक के विद्यालय खुल रहे हैं। इसके मद्देनजर सभी स्कूलों में कोविड प्रोटोकॉल से सम्बन्धित सभी आवश्यक व्यवस्थाएं सुनिश्चित कर ली जाएं। स्वच्छता और सैनिटाइजेशन का कार्य प्रत्येक दिन किया जाए। उन्होंने निर्देशित किया कि अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति व अन्य पिछड़ा वर्ग के विद्यार्थियों की छात्रवृत्ति का समय से भुगतान किया जाए। उन्होंने छात्रवृत्ति वितरण की अद्यतन स्थिति की समीक्षा कर मुख्यमंत्री कार्यालय को अवगत कराये जाने के निर्देश दिये।
उन्होंने ने कहा कि जनपद गोरखपुर, सिद्धार्थनगर, महराजगंज, गोण्डा, श्रावस्ती सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश के जनपद बाढ़ व अतिवृष्टि से प्रभावित हैं। इन क्षेत्रों में नाव, सूखा राशन व लन्च पैकेट के साथ-साथ अन्य जरूरी व्यवस्थाएं सुनिश्चित की जाएं। उन्होंने जलशक्ति मंत्री से प्रभावित क्षेत्रों का भ्रमण कर राहत एवं बचाव कार्याें की मौके पर समीक्षा करने की अपेक्षा की।