वहीं लखनऊ व आसपास के कई जिलों में बारिश कहर बनकर टूटी। अमेठी में मकान ढहने से एक ही परिवार के तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं, रायबरेली में अलग-अलग स्थानों पर मकान व छप्पर ढहने से तीन, अयोध्या में एक बच्चे की जान चली गई जबकि इसी जिले में बिजली गिरने से चार बच्चे झुलसे। बलरामपुर में बिजली गिरने से एक जबकि गोंडा में तीन लोग मारे गए। अवध में नदियां उफान पर आ गई हैं। बहराइच में नेपाल के पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश से घाघरा का जलस्तर एक बार फिर बढऩे लगा है। महसी व कैसरगंज तहसील क्षेत्र के 20 गांवों पर बाढ़ का खतरा है। बाराबंकी में घाघरा नदी लाल निशान पार कर गई है। उधर, गिरिजा व बनबसा बैराजों से पानी छोड़े जाने से सीतापुर-लखीमपुर के गांजर क्षेत्र में करीब एक सैकड़ा गांवों पर बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। अयोध्या में सरयू लाल निशान के करीब है।
हमीरपुर और फतेहपुर में मकान की दीवार गिरने से उसके मलबे में दबकर दो वृद्ध महिलाओं की मौत हो गई। कन्नौज में गंगा का जलस्तर चेतावनी ङ्क्षबदु से एक मीटर दूर है। फर्रुखाबाद गंगा का जलस्तर 136.65 मीटर पर स्थिर है। रामगंगा का जलस्तर घटा है। हमीरपुर और उरई में यमुना और बेतवा का जलस्तर बढ़ रहा है। इटावा में बुधवार को चंबल व यमुना नदी का जलस्तर काफी कम हो गया, लेकिन खतरा बिंदु के आसपास रहा। चित्रकूट में यमुना का जलस्तर बुधवार को घट गया। इससे तटवर्ती इलाकों में राहत महसूस की गई। बस्ती में सरयू नदी में उफान और पानी का विस्तार होने से दर्जन भर से अधिक गांवों का बस्ती मुख्यालय से संपर्क कट गया है।