जिलाधिकारी प्रभु एन सिंह के मुताबिक नए 19 संक्रमित मरीजों में से 5 तब्लीगी जमात से जुड़े हैं, जबकि 6 लोग परस हॉस्पिटल से जुड़े हैं। उन्होंने बताया कि आगरा से 100 संदिग्धों की सैंपल जांच के लिए लखनऊ भेजी गई थी। जिसमें से 19 लोगों की रिपोर्ट पॉजिटिव पाई गई है। और कुछ लोगों की रिपोर्ट अभी आनी बाकी है। संक्रमित मरीजों को आइसोलेशन वार्ड में एडमिट कर उनका इलाज करवाया जा रहा है।
साथ ही सभी संक्रमितों के कांटेक्ट में आए लोगों को भी ट्रेस कर उन्हें क्वारंटाइन करने के निर्देश दिए गए हैं। इसके साथ ही बुधवार को मुख्यमंत्री का आदेश जारी होने बाद शहर के 22 इलाकों को बुधवार रात 12 बजे से पूरी तरह सील कर दिया गया है। इनमें मंटोला, नामनेर और कमला नगर के वे इलाके हैं जहां कोरोना पॉजिटिव मरीज मिल चुके हैं। पारस अस्पताल के आसपास बैरिकेडिंग लगाकर पूरा इलाका सील कर दिया गया है।
अब तक इतने लोग हो चुके हैं कोरोना संक्रमित
9 अप्रैल- 19 नए मामलों में संक्रमण की पुष्टि।
8 अप्रैल- दो लोगों की जांच रिपोर्ट पॉजिटिव आई और कोरोना से पहली मौत हुई।
7 अप्रैल- 10 लोगों में कोरोना वायरस के संक्रमण की पुष्टि।
6 अप्रैल- कोरोना के पांच मामले सामने आए।
5 अप्रैल- दुबई से लौटे युवक के मां-भाई और एक अन्य में संक्रमण की पुष्टि।
4 अप्रैल- 25 लोगों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई।
3 अप्रैल- तब्लीगी जमात से लौटे सात जमाती सहित आठ में कोरोना की पुष्टि।
2 अप्रैल- अस्पताल चलाने वाले चिकित्सक पिता-पुत्र, इनका इलाज गुरुग्राम में चल रहा है। ये दोनों केस आगरा के आंकड़े में शामिल नहीं है।
1 अप्रैल- कोरोना मरीज युवक के चिकित्सक पिता में संक्रमण
29 मार्च- इंग्लैंड से लौटा कॉलेज संचालक का बेटा।
27 मार्च- लंदन से लौटी आटोमोबाइल कारोबारी की बेटी।
26 मार्च- अमेरिका से लौटा चिकित्सक का बेटा संक्रमित मिला।
13 मार्च- रेलवे अधिकारी की बेटी : वो स्वस्थ होकर घर जा चुकी है।
8 मार्च- जूता कारोबारी की फर्म का कर्मचारी और उसकी पत्नी : दोनों ठीक हो गए।
3 मार्च- जूता कारोबारी के परिवार के पांच सदस्य : पांचों ठीक हो गए।