पकड़े गए सभी अभियुक्त माखी थाना क्षेत्र के रहने वाले हैं। इनके पास से असलहे व नगदी बरामद हुई है। पुलिस के अनुसार गैंग के सदस्य देशी तमंचे, लोहे की रॉड, लकड़ी की पटिया, छैनी के साथ घटना को अंजाम देते थे। पकड़े गए गिरोह के सदस्यों द्वारा जनपद के विभिन्न थाना क्षेत्रों में कई घटनाओं को अंजाम दिया गया है। जिसमें गंगाघाट थाना क्षेत्र के पिण्डोखा, कोतवाली क्षेत्र के एबी नगर, सिंगरोसी की घटनाएं शामिल हैं। गैंग के सदस्य अजीत लोधी द्वारा बोलेरो वाहन मुहैया कराया जाता है। जिसके बदले उसे लूट का एक अतिरिक्त हिस्सा दिया जाता था जबकि विजय लोध व श्रवण लूटे हुए जेवरात को सफीपुर में किसी सुनार के यहां बेचता था। पुलिस के अनुसार विवेचना की जा रही है।
योजना बनाते धरे गए गिरोह के सदस्य
अजगैन थानाध्यक्ष ने बताया कि थाना क्षेत्र के बन्दरहा रेलवे क्रॉसिंग निकट बोलेरो से लूट की घटना को अंजाम देने जा रहे गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए गिरोह के सदस्य लखनऊ में किसी वारदात को अंजाम देने जा रहे थे। उन्होंने बताया कि गैंग का लीडर 65 वर्षीय भोला लोध है। जो माखी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस के अनुसार गैंग का लीडर भोला लोध थाना माखी और सफीपुर कोतवाली क्षेत्र में लगभग 17 वर्ष पूर्व डकैती के अपराध में जेल जा चुका है। उन्होंने बताया कि भोला लोड पुलिस से बचने के लिए बोलेरो की आगे की सीट पर बैठा था जिसकी उम्र लगभग 65 साल बताई जाती है। जिससे पुलिस उनके व गिरोह के सदस्यों के ऊपर शक ना कर सके। पुलिस के अनुसार गैंग लीडर भोला लोध पहले घटनास्थल पर जा कर रेकी करता था और पूरी जानकारी प्राप्त करता था। टारगेट पक्का होने के बाद में गिरोह के अन्य सदस्य रात को घटना को अंजाम देते हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरोह के सदस्यों के पास से देशी तमंचे के साथ लोहे की रॉड, लकड़ी की पटिया, लोहे की छैनी आदि बरामद हुई है, जिससे हुए घटना को अंजाम देते थे। इन्हीं हथियारों से गैंग के सदस्य कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
अजगैन थानाध्यक्ष ने बताया कि थाना क्षेत्र के बन्दरहा रेलवे क्रॉसिंग निकट बोलेरो से लूट की घटना को अंजाम देने जा रहे गिरोह के सदस्यों को गिरफ्तार किया गया है। पुलिस के अनुसार पकड़े गए गिरोह के सदस्य लखनऊ में किसी वारदात को अंजाम देने जा रहे थे। उन्होंने बताया कि गैंग का लीडर 65 वर्षीय भोला लोध है। जो माखी थाने का हिस्ट्रीशीटर है। पुलिस के अनुसार गैंग का लीडर भोला लोध थाना माखी और सफीपुर कोतवाली क्षेत्र में लगभग 17 वर्ष पूर्व डकैती के अपराध में जेल जा चुका है। उन्होंने बताया कि भोला लोड पुलिस से बचने के लिए बोलेरो की आगे की सीट पर बैठा था जिसकी उम्र लगभग 65 साल बताई जाती है। जिससे पुलिस उनके व गिरोह के सदस्यों के ऊपर शक ना कर सके। पुलिस के अनुसार गैंग लीडर भोला लोध पहले घटनास्थल पर जा कर रेकी करता था और पूरी जानकारी प्राप्त करता था। टारगेट पक्का होने के बाद में गिरोह के अन्य सदस्य रात को घटना को अंजाम देते हैं। थानाध्यक्ष ने बताया कि गिरोह के सदस्यों के पास से देशी तमंचे के साथ लोहे की रॉड, लकड़ी की पटिया, लोहे की छैनी आदि बरामद हुई है, जिससे हुए घटना को अंजाम देते थे। इन्हीं हथियारों से गैंग के सदस्य कई घटनाओं को अंजाम दे चुके हैं।
अजगौन थाना की हत्या युक्त लूट में भी शामिल थे गिरोह के सदस्य विगत 25-26 अगस्त की रात लखनऊ कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित मुर्तजा नगर में सड़क के किनारे स्थित पालेसर के चौकीदार व एक अन्य व्यक्ति के साथ मारपीट कर लूट की घटना को अंजाम दिया गया था, जिसमें चौकीदार की मौत हो गई थी। जिस में भी गिरोह के सदस्यों का हाथ था। पकड़े गए अभियुक्त के पास से 110000 रुपए नगदी बरामद हुआ है। गिरोह के सदस्यों में भोला लोध पुत्र रामजीवन लोध निवासी माल्हे खेड़ा थाना माखी, हरि नाम लोध पुत्र पुतान निवासी अपेरा थाना गंगाघाट, विजय लाल पुत्र बूटा निवासी गंगादीन खेड़ा थाना माखी, अजीत लोध पुत्र नंदकिशोर निवासी गंगादीन खेड़ा थाना माखी, श्रवण लोध पुत्र लक्ष्मीनारायण लोध निवासी गंगादीन खेड़ा माखी, रूप राज पासी पुत्र पीतांबर निवासी पावा माखी, कुश कुमार लोध पुत्र राजेंद्र कुमार लोध निवासी प्यारेपुर माखी शामिल हैं। इनमें भोला लोध, विजय लोध, और श्रवण लोध माखी थाना के हिस्ट्रीशीटर हैं। पुलिस टीम में अजगैन कोतवाली प्रभारी निरीक्षक संतोष कुमार तिवारी, उपनिरीक्षक संजीव कुमार, कांस्टेबल महेंद्र प्रताप सिंह, कांस्टेबल अरुण कुमार यादव, कांस्टेबल राधेश्याम, कांस्टेबल श्रीकृष्ण पांडे आदि शामिल थे।