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योगी सरकार के ढाई साल : आधा सफर पूरा, आधा बाकी, चुनौतियां बहुत

locationलखनऊPublished: Sep 19, 2019 06:58:14 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

– गुरुवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार की उपलब्धियों का बखान किया

योगी सरकार के ढाई साल : आधा सफर पूरा, आधा बाकी, चुनौतियां बहुत

योगी सरकार ने अर्द्धवार्षिक परीक्षा तो पास कर ली, जनता की अब औऱ उम्मीद बढ़ गई

टिप्पणी
डॉ. उरुक्रम शर्मा
एक नई दिशा और दशा देने के वादे के साथ सत्ता में आई योगी सरकार ने आधा सफर तय कर लिया है। इसमें जहां वादा निभाने की बात है, वहीं सरकार के माथे पर विरासत के कारण कई धब्बे भी लगे हैं। जहरीली अवैध शराब कांड ने प्रदेश को हिलाकर रख दिया था। उसके बाद अभियान चलाए गए। सोनभद्र का जमीनी विवाद में नरसंहार ने प्रदेश सरकार को मुश्किल में ला दिया। लखनऊ में निर्दोष विवेक तिवारी का पुलिस वाले ने गोली मारकर मर्डर किया, विधायक कुलदीप सेंगर बलात्कार व हत्या कांड, चिन्मयानंद कांड, फरियाद नहीं लिखने पर थानों में आत्महत्या करने जैसे सैकड़ों इस तरह के मामले हैं, जिन्होंने योगी सरकार के फर्स्ट हाफ में मुश्किलें खड़ी कीं, लेकिन समय रहते हुए उन्हें हैंडल करने से ज्यादा संकट का सामना योगी सरकार को नहीं करना पड़ा। यूं तो योगी सरकार ने अपराध को कंट्रोल करने के लिए अपराधियों के खिलाफ एनकाउंटर शुरू करके दहशतगर्दी के माहौल पर काफी हद तक विराम लगाया है, लेकिन पुलिस का जनता के प्रति रवैया बदल नहीं सके। आज भी पुलिस आमजन में विश्वास हासिल नहीं कर सकी।
विकास के मामले में जरूर रफ्तार पकड़ी है, लेकिन राजनीति से ऊपर जाकर इस सरकार ने पिछली सपा सरकार की चल रही योजनाओं को बंद नहीं किया, बल्कि उन्हें उद्घाटन तक पहुंचाने का काम किया। इसी वजह से सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने योगी पर तंज कसा है कि अभी तो 21 योजनाएं ऐसी हैं, जिनका शिलान्यास किया था औऱ उद्घाटन होना बाकी है। योगी सिर्फ सपा सरकार की योजनाओं का उद्घाटन करके श्रेय ले रहे हैं। उन्होंने बाकायदा इसकी सूची भी दी, जिसमें गंगा एक्सप्रेस हाइवे भी शामिल है। य़ादव कहते हैं कि सरकार की रफ्तार बैलगाड़ी वाली है। प्रदेश का माहौल अच्छा नहीं है। अराजकता फैली हुई है। कुल मिलाकर योगी सरकार का ढाई साल के शासन पर जश्न मनाना झूठ के सिवाय कुछ नहीं।
हालांकि, सरकार शिक्षा के गिरे स्तर को कंट्रोल करने में कामयाबी मिली है। नकल पर जिस तरह नकेल डाली गई है, उसे सराहा जा रहा है। नामुमकिन भी नहीं है। चीनी मिलों को फिर शुरू करना सरकार के लिए बड़ी चुनौती है। प्रदेश की रफ्तार को गति देने में इनकी भूमिका है, साथ ही गन्ना किसानों के बकाया का निपटारा नहीं होना भी कई सवाल खड़े करता है। हालांकि, योगी सरकार का दावा है कि 73 हजार करोड़ रुपए के गन्ना का भुगतान किया गया है। 68 हजार बच्चियों का सामूहिक विवाह में विवाह किया गया। बच्चियों से छेड़छाड़ करने वालों को सबक सिखाने के लिए एंटी रोमियो स्कवाड बनाया गया, जो देश भर में तो चर्चित है ही, साथ ही दिलफेंक आशिकी की भी अक्ल ठिकाने लग रही है।
आने वाले ढाई साल में योगी का वादा है कि जनसंख्या नियंत्रण की दिशा में ठोस कदम उठाने के साथ-साथ रोजगार के अधिकतम अवसर उपलब्ध करवाए जाएंगे। आधारभूत संरचना को औऱ मजबूत किया जाएगा। स्वास्थ्य की दृष्टि से प्रदेश को ताकतवर किया जाएगा औऱ उद्योगों के लिए अनुकूल वातावरण तैयार किया जाएगा। योगी सरकार ने अर्द्धवार्षिक परीक्षा तो पास कर ली, जनता की अब औऱ उम्मीद बढ़ गई। कितना कर पाती है सरकार, यह तो आने वाले दिनों में ही पता चल पाएगा।

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