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बेसिक शिक्षा विभाग में नए फर्जीवाड़े का खुलासा, फंसे 3342 टीचर और कर्मचारी, इस दस्तावेज से पकड़ में आए

locationलखनऊPublished: Jun 29, 2020 01:47:47 pm

– बेसिक शिक्षा में फर्जीवाड़ा
– जॉब के बाद PAN बदलने वाले 3,342 शिक्षक-कर्मचारी एसटीएफ के रडार पर
– आज से मंडलवार समीक्षा, दिव्यांग शिक्षकों की भी होगी जांच

बेसिक शिक्षा विभाग में नए फर्जीवाड़े का खुलासा, फंसे 3342 टीचर और कर्मचारी, इस दस्तावेज से पकड़ में आए

बेसिक शिक्षा विभाग में नए फर्जीवाड़े का खुलासा, फंसे 3342 टीचर और कर्मचारी, इस दस्तावेज से पकड़ में आए

लखनऊ. यूपी में अनामिका शुक्ला फर्जी टीचर मामले के खुलासे के बाद से पूरे बेसिक शिक्षा विभाग में हड़कंप मचा हुआ है। जैसे-जैसे जांच आगे बढ़ रही है विभाग में फर्जीवाड़े की नई-नई परतें खुल रही हैं। जांच में अब एक नया खुलासा हुआ है। जिसके मुताबिक 3,342 शिक्षक और कर्मचारी विभाग में ऐसे मिले हैं जिन्होंने नियुक्ति के बाद अबने पैन नंबरों को बदला है। अब इन सभी शिक्षकों और कर्मचारियों की सूची यूपी एसटीएफ को सौंप दी गई है। इसके अलावा अब प्रदेश भर में जांच और तेज कर दी गई है। आज से मंडलवार की गई कार्रवाई की समीक्षा की जाएगी। अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार ने इस संबंध में सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
मंडलवार होगी समीक्षा

अपर मुख्य सचिव बेसिक शिक्षा रेणुका कुमार के मुताबिक सभी नियुक्तियों की समीक्षा की जाएगी। यह काम 4 जुलाई तक चलेगा। इसके लिए सभी जिलों को पत्र भेजकर कार्रवाई की बात कही गई है। मंडलवार जिलों में बनी जांच कमेटी के साथ समीक्षा की जाएगी। इसमें एसआईटी और एसटीएफ की जांच में फर्जी पाए गए शिक्षकों पर हुई कार्रवाई, कस्तूरबा गांधी विद्यालय में नियुक्त शिक्षकों का सत्यापन और कार्रवाई की समीक्षा होगी। साथ ही वेतन से जुड़े डाटा में गड़बड़ियों के आधार पर उठाए गए कदमों की समीक्षा शामिल है।
जांच के दायरे में दिव्यांग शिक्षक भी

दरअसल कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय में फर्जी शिक्षकों का मामला सामने आने के बाद सीएम योगी आदित्यनाथ ने सभी शिक्षकों की विस्तार से जांच करवाने के निर्देश दिए थे। बेसिक शिक्षा के अलावा माध्यमिक और उच्च शिक्षा विभाग में भी अब नियुक्तियों की जांच की जा रही है। बेसिक शिक्षा में एसआईटी और एसटीएफ की जांच पहले से ही जारी है, लेकिन अब बेसिक शिक्षा में दिव्यांग श्रेणी के तहत जो नियुक्तियां हुई हैं उसकी भी जांच एसटीएफ करेगी। इसमें विकलांगता की श्रेणी और उससे जुड़े प्रमाणपत्र की वैद्यता भी शामिल हैं।

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