गिरफ्तार हुए लोगों की पहचान गिरफ्तार लोगों की पहचान अब्दुल खालिद, श्रीराम चौरसिया, जीशान अहमद, विकास केसरवानी और कृष्ण कुमार के रूप में हुई है। कैसे करते थे लोगों को गुमराह
इंस्पेक्टर (करेली) अनुपम शर्मा ने कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने फर्जी आईडी बनाकर कानून तोडऩे वालों को महंगे दामों पर सिम कार्ड बेचे है। उन्होंने उनके तौर-तरीकों को बताते हुए कहा कि गिरफ्तार किए गए लोगों ने गुमराह करने वाले एक मोबाइल ऐप के साथ फर्जी आईडी बनाने और साइबर अपराधियों और अन्य लोगों को सिम बेचने में माहिर हैं। उन्होंने एक ही आईडी पर कम से कम दो सिम कार्ड बेचे है। एक ग्राहक को उसकी मूल आईडी के साथ एक सिम बेचने और उसे सक्रिय करने के बाद, वे उसी ग्राहक को यह कहते हुए कॉल करता था कि ‘उनकी आईडी, जो उन्होंने सिम के लिए जमा की थी, गायब हो गई थी और सिम कार्ड को सक्रिय करने के लिए दूसरी आईडी की जरूरत है।’ यह गिरोह एक प्रमुख सेलुलर प्रदाता कंपनी के सिम कार्ड बेचने के लिए फर्जी आईडी बनाने में भी माहिर था। वे साइबर अपराधियों और एक शहर स्थित कॉल सेंटर को नकली सक्रिय सिम की आपूर्ति कर रहे थे।